पंजाब में प्रचंड जीत से AAP में भरा जोश, अब राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी

पंजाब विधानसभा चुनावों में मिली भारी सफलता से आम आदमी पार्टी (AAP) अब राजस्थान में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब में मिले प्रचंड बहुमत के बाद आम आमदी पार्टी ने इस मिथक को तोड़ दिया कि वह केवल दिल्ली तक सिमित है.

अरविंद केजरीवाल (Photo: ANI)

पंजाब (Punjab) विधानसभा चुनावों में मिली भारी सफलता से आम आदमी पार्टी (AAP) अब राजस्थान (Rajasthan) में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है. राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब में मिले प्रचंड बहुमत के बाद आम आमदी पार्टी ने इस मिथक को तोड़ दिया कि वह केवल दिल्ली तक सिमित है. पंजाब में 177 में से 92 सीटों पर जीत हासिल करके पार्टी साफ कर चुकी है कि वह अब देश के अन्य राज्यों में भी नया विकल्प बनकर उभरेगी. पंजाब में बंपर जीत के बाद कांग्रेस के विकल्प के रूप में उभर रही हैं आप, केजरीवाल की नजर अन्य राज्यों पर भी. 

अब पार्टी राजस्थान में अपना दबदबा बनाने की कोशिश में हैं. राजस्थान में मुकाबला हमेशा कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही रहा है लेकिन AAP अब यहां ही इन दोनों पार्टी का विकल्प बनने के लिए मेहनत कर रही है. AAP राजस्थान के आधिकारिक ट्विटर से ट्वीट किया गया, "कांग्रेस बीजेपी धोखा है. राजस्थान बचा लो बस आने वाला मौका है."

पार्टी के इस ट्वीट से साफ है कि पंजाब की जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी अब राजस्थान में भी कांग्रेस को बीजेपी को किनारा दिखाने की कोशिशों में जुट गई है. इससे पहले पार्टी ने एक ट्वीट में कहा, "पंजाब में जीत, अब राजस्थान में भी लाएंगे इंकलाब."

राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों में की आपसी फूट आम आदमी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. सूबे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों में अलग-अलग गुट हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी के लिए राह थोड़ी आसान जरूर हो जाएगी.

AAP ने 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 200 सीटों में से 140 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. हालांकि, तब हालात थोड़े अलग थे अब पंजाब में जीत के बाद स्थिति अलग है. जनता का भरोसा AAP पर बढ़ा है. पंजाब की जीत ने पार्टी की इस उम्मीद को जगा दिया है कि वह बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए एक गंभीर चुनौती पेश कर सकती है.

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