कर्नाटक में सियासी नाटक के बीच मध्यप्रदेश में भी तख्तापलट की आहट, कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहा खतरा!
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए कांग्रेस सतर्क हो गई है
कर्नाटक (Karnataka) में जारी सियासी ड्रामे के बीच अब मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी तख्तापलट की आहट दिखाई देने लगी है. कमलनाथ सरकार (Kamal Nath) पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए कांग्रेस (Congress) सतर्क हो गई है. मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री पी. सी. शर्मा ने बुधवार को कहा कि तीन राज्यों में हारने के बाद बीजेपी (BJP) वाले बेचैन हो गए हैं. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) आने वाले हैं. अगर वे हार जाते हैं तो लंबे समय तक बाहर रहेंगे. वे मध्यप्रदेश में भी हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद फरोख्त) की कोशिश कर रहे हैं. यह मध्यप्रदेश है, कांग्रेस के सभी विधायक उसके साथ हैं और कांग्रेस के सभी साथी उसके साथ खड़े हैं चाहे वो समाजवादी पार्टी (SP) हो, बहुजन समाज पार्टी (BSP) हो या फिर निर्दलीय.
उधर, कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी अपने घर को संभाले न कि कांग्रेस सरकार की चिंता करे. मध्यप्रदेश विधानसभा में स्पीकर के चुनाव के दौरान बीजेपी के वॉकआउट की ओर इशारा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जो लोग भाग जाए मैदान से, वो क्या रहेगा मैदान में. उन्होंने कहा कि बीजेपी भले ही हमारे विधायकों को लुभा रही हो लेकिन कांग्रेस और सहयोगी दलों के सभी विधायकों पर मुझे भरोसा है. यह भी पढ़ें- कर्नाटक में जारी है सियासी नाटक: निर्दलियों के बाद कांग्रेस के नाराज विधायक भी कर सकते हैं बगावत
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में बीजेपी 15 साल के बाद सत्ता से बाहर हुई है. दिसंबर में आए मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. मध्यप्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में बीजेपी को 109 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, कांग्रेस को 114 सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव नतीजों के तुरंत बाद कांग्रेस ने चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल कर के कमलनाथ के नेतृत्व में सरकार बना ली. इसके साथ ही कमलनाथ सरकार को बहुजन समाज पार्टी के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक का समर्थन भी हासिल है.