इस्राएल पर हमास के हमलों में 22 की मौत, 250 घायल
इस्राएल पर हमास के हमलों में कम से कम 22 लोग मारे गए हैं.
इस्राएल पर हमास के हमलों में कम से कम 22 लोग मारे गए हैं. इस्राएल ने इसे "युद्ध" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई शुरू की.इस्राएल की एम्बुलेंस सर्विस के मुताबिक, हमास के रॉकेट हमलों और आतंकवादी हमलों में अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है. घायलों की संख्या 250 से ज्यादा बताई जा रही है. इमरजेंसी सेवाओं का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
यूएन ने की शांति की अपील
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार हाई कमीशनर ने गजा में तुरंत संघर्ष विराम की अपील की है. फोल्कर टुर्क ने शनिवार को इस्राएल पर दागे गए हजारों रॉकेटों की रिपोर्ट पर हैरानी जताई. टुर्क ने कहा, "इस हमले का इस्राएली नागरिकों पर डरावना असर पड़ा है. आम नागरिकों को हमलों का निशाना कभी नहीं बनाया जाना चाहिए."
टुर्क ने कहा, "मैं तुरंत हिंसा बंद करने की मांग करता हूं और सभी पक्षों और इलाके के अहम देशों से अपील करता हूं कि वे तनाव को कम करते हुए और ज्यादा खूनखराबा न होने दें."
यूरोप की प्रतिक्रिया
यूरोपीय संघ ने हमास के हमलों की कड़ी आलोचना की है. यूरोपीय आयोग की प्रेसीडेंट उर्सुला फोन डेय लायन ने इस्राएल का समर्थन करते हुए कहा, "इन वीभत्स हमलों के खिलाफ इस्राएल को आत्मरक्षा का अधिकार है."
जर्मन चांसलर ओलाफ शॉत्ल्स ने इस्राएल पर हुए औचक हमले की कड़ी निंदा की है. सोशल मीडिया पर शॉल्त्स ने लिखा, "आज इस्राएल से चौंकाने वाली खबर हमारे पास आ रही है. गजा से रॉकेट हमले और बढ़ती हिंसा हमें विचलित कर रही है. जर्मनी हमास के इन हमलों की निंदा करता है और इस्राएल के साथ खड़ा है."
वहीं जर्मनी की विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने एक ट्वीट में लिखा, "मैं कड़े से कड़े शब्दों में इस्राएल के खिलाफ गजा से हुए आतंकवादी हमले की घोर निंदा करती हूं. आम लोगों के खिलाफ हिंसा और रॉकेट हमले तुरंत बंद होने चाहिए. हम पूरी तरह इस्राएल और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आतंक से आत्मरक्षा के उसके अधिकार के साथ खड़े हैं."
क्या हुआ शनिवार सुबह
इस्लामिक आतंकवादी संगठन हमास का दावा है कि उनसे शनिवार सुबह इस्राएली ठिकानों पर 5,000 रॉकेट दागे. इस्राएली रक्षा मंत्रालय ने "आतंकवादी तत्वों" के इस्राएल में घुसपैठ करने का दावा भी किया है. रक्षा मंत्री योआव गालांत के मुताबिक, हमास ने इस्राएल के खिलाफ "युद्ध" छेड़कर "एक भारी गलती" की है.
इस्राएली सेना ने जवाबी कार्रवाई में गजा पट्टी में कई ठिकानों को निशाना बनाया है. इस्राएली सेना ने एक बयान में कहा, "दर्जनों लड़ाकू विमान अभी गजा पट्टी में हमास आतंकवादियों से जुड़े ठिकानों पर हमला कर रहे हैं."
इस्राएली रक्षा मंत्री गालांत के मुताबिक, फलीस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास ने "इस्राएल के खिलाफ युद्ध छेड़ा है." उन्होंने आगे कहा, "सैनिक हर जगह पर दुश्मन से लड़ रहे हैं."
हाल के बरसों में इस्राएल और फलीस्तीनी उग्रवादी संगठन के बीच हिंसक संघर्ष काफी बढ़ा है. गजा पट्टी व इस्राएली नियंत्रण वाला पश्चिमी तट इस हिंसा का मुख्य मैदान बना है.
हमास के हमले से इस्राएल हैरान
इस्राएल में राजधानी तेल अवीव समेत कई शहरों में शनिवार सुबह चेतावनी देने वाले सायरन घनघनाने लगे. इस्राएली सेना के मुताबिक, हमास ने इस्राएल पर हजारों रॉकेट दागे. इस हमले के साथ ही हमास के उग्रवादी भी इस्राएली सीमा में दाखिल हुए.
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर इस्राएली सेना ने एक ट्वीट में लिखा, "गजा पट्टी से कई आतंकवादी इस्राएली सीमा में घुसपैठ कर चुके हैं. गजा पट्टी के आस पास रहने वाले लोगों से अपने घरों में ही रहने को कहा गया है."
हमास के मिलिट्री हेड मोहम्मद दाइफ के मुताबिक, उनका संठगन अल-अक्सा फ्लड ऑपरेशन चला रहा है. इसका मकसद इस्राएल द्वारा किए जा रहे "उल्लंघनों" का अंत करना है.
हमास को जर्मनी, यूरोपीय संघ, अमेरिका और कुछ अरब देश आतंकवादी संगठन मानते हैं. ताजा लड़ाई यहूदियों के "सिमचात तोराह" त्योहार के दौरान शुरू हुई है.
इस्राएली सेना के मुताबिक, रॉकेट हमले में एक 60 साल की महिला की मौत हुई है. मागन डैविड एम्बुलेंस सर्विस के अनुसार, गेदेरा कस्बे के पास एक इमारत पर हुए रॉकेट हमले में इस महिला की मौत हुई. इस्राएली सेना ने हमास के हमलों में अब तक कम से कम 15 लोगों के घायल होने की बात कही है.
ओएसजे/आरएस (डीपीए, एएफपी, एपी, रॉयटर्स)