प्रधानमंत्री मोदी ने किया एशिया की सबसे बड़ी सुरंग का शिलान्यास, जानें इससे जुड़ी 10 खास बातें
लिस ने कहा कि मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों द्वारा श्रीनगर के लाल तौर पर विरोध मार्च के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर घाटी पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर राज्य के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लद्दाख क्षेत्र को एक नई सौगात दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने एशिया की सबसे बड़ी सुरंग जोजिला सुंरग की आधारशिला रखी. यह सुरंग श्रीनगर-कारगिल और लेह के बीच बनाई जाएगी जो हर मौसमों में इस क्षेत्र को बाकी हिस्सों के साथ जोड़े रखेगी.
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी का राज्यपाल एन.एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने लेह हवाईअड्डे पर स्वागत किया. इसदौरान सुरक्षा के कड़े इंतजामात किए गए थे. पुलिस ने कहा कि मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों द्वारा श्रीनगर के लाल तौर पर विरोध मार्च के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर घाटी में इंटरनेट सेवाएं और स्कूल व कॉलेज दिनभर के लिए बंद रखा हैं.
'जोजिला सुंरग' से जुड़ा रोचक तथ्य-
-यह सुरंग एशिया की पहली सबसे लंबी टू-वे सुरंग होगी.
-14.2 किलोमीटर की सुरंग पर करीब 6,800 करोड़ की लागत आएगी.
-यह समुद्र तल से 11,578 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
-इस सुरंग को बनने में सात वर्ष लगेंगे.
-इस सुरंग की सब से खास बात यह होगी कि सुरंग बनने के बाद साढ़े तीन घंटे का सफर कम होकर मात्र 15 मिनट का रह जायेगा.
-यह सुरंग शानदार तकनीक का उदाहरण है. इसमें सात कुतुबमीनार की ऊंचाई वाली व्यवस्था रखी गई है ताकि अंदर की हवा को शुद्ध रखा जा सके.
-लद्दाख जो अपनी खूबसूरती के लिए पुरे विश्व में जाना जाता है, यहाँ हर वर्ष दो लाख पर्यटक आते हैं और ऐसे में यह बनने वाली नई सुरंग बहुत काम की साबित होगी.
-हर साल दिसंबर-अप्रैल के दौरान लद्दाख में भारी बर्फबारी होती है जिससे लेह-लद्दाख क्षेत्र का जम्मू-श्रीनगर से संपर्क पूरी तरह से कट जाता है, लेकिन यह सुरंग हर मौसम में खुली रहेगी.
-इसके बनने के बाद सेना को भी इस इलाके की सुरक्षा करने में खासी मदद मिलेगी.
-इस सुरंग में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. वेटिंलेशन के साथ-साथ एलेट्रीसिटी सप्लाई, इमरजेंसी लाइटिंग, सीसीटीवी, वैरिएबल, यह सब फीचर्स शामिल हैं.
-हर 125 मीटर की दूरी पर इमरजेंसी टेलीफोन और फायर फाइटिंग केबिन की सुविधा होगी.
एक बात और भी बता दें की इस सुरंग के बनने के बाद इस क्षेत्र में नौकरी की उपलब्धि बढ़ जाएगी, क्योंकि सुंरग बनने के बाद यहा पर पर्यटक और अधिक आएंगे. जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा.