महिलाओं के योगदान के बिना नहीं हो सकती समाज की तरक्की: PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्व-सहायता समूह के सदस्यों के साथ सीधे संवाद किया. महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रगण्य हो रही है और उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता उन्हें समाज की बुराइयों से लड़ने की शक्ति देती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credit: Twitter)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्व-सहायता समूह के सदस्यों के साथ सीधे संवाद किया. महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रगण्य हो रही है और उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता उन्हें समाज की बुराइयों से लड़ने की शक्ति देती है. इस दौरान पीएम ने कहा कि किसी भी सेक्टर में महिलाओं के योगदान की अनदेखी नहीं की जा सकती.

प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस संवाद में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना और ग्रामीण स्व-सहायता प्रशिक्षण संस्थान से जुड़े स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने भाग लिया.

संवाद की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा “मेरा सौभाग्य है कि आज देशभर की 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं से संवाद करने का अवसर मिला है. आप सब अपने आप में संकल्प, उद्यमशीलता और सामूहिक प्रयासों का एक प्रेरणादायी उदाहरण हैं.”

“महिला सशक्तिकरण की जब हम बात करते हैं तो सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता होती है, महिलाओं को स्वयं की शक्तियों को, अपनी योग्यता को, अपने हुनर को पहचानने का अवसर उपलब्ध कराना है. आज आप किसी भी सेक्टर को देखें, तो आपको वहां पर महिलाएं बड़ी संख्या में काम करती हुए दिखेंगी. देश के एग्रीकल्चर सेक्टर, डेयरी सेक्टर की तो महिलाओं के योगदान के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती.”

पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीयआजीविका मिशन में 41 लाख से अधिक महिलाओं के स्व सहायता समूह देश भरमें काम कर रहे हैं जिनमें 5 करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. और केंद्र सरकार इसमें नौ करोड़ महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य बनाया है.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीणकौशल योजना के माध्यम से लगातार गांव में रहने वाले नौजवान जुड़ रहे हैं. अभी तक 5 लाख70 हजार नौजवानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है और तीन लाख54 हजार से अधिक नौजवान अपना जॉब पा चुके हैं.

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