पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम और कमजोर होते रुपये से बिगड़ेगा आपके घर का बजट, ये चीजें हो सकती हैं महंगी
पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के कारण जल्द ही रोजाना इस्तेमाल होने वाली कई जरूरत की चीजों की कीमतें भी बढ़ने जा रही हैं. पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का असर न सिर्फ देश की इकोनॉमी पर पड़ता है, बल्कि इससे आम आदमी के लिए घर का बजट भी बिगड़ता है.
नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते आम आदमी की जेब और ढ़ीली होने वाली है. एक ओर जहां आप पेट्रोल और डीजल के लिए अधिक कीमत चुका रहे हैं वहीं दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल के इन्ही बढ़ते दामों के कारण जल्द ही रोजाना इस्तेमाल होने वाली कई जरूरत की चीजों की कीमतें भी बढ़ने जा रही हैं. डीजल के दाम बढ़ने का असर न सिर्फ देश की इकोनॉमी पर पड़ता है, बल्कि इससे आम आदमी के लिए घर का बजट भी बिगड़ता है. क्योंकि इसकी वजह से ट्रांसपोर्ट्रेशन का खर्च बढ़ता है. जिसका सीधा असर महंगाई के तौर पर देखने को मिलता है.
सब्जियों और फलों की कीमतों पर डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी का असर दिखने लगा है. अन्य जिन वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी होने की आशंका है उनमें साबुन, डिटरजेंट, स्किन केयर प्रोडक्ट्स, बिस्कुट, हेयर ऑयल, टूथपेस्ट, एयरफ्रेशनर्स सहित अन्य कई रोजमर्रा की वस्तुएं शामिल हैं.
5 से 8 फीसदी तक बढ़ सकती हैं मंहगाई
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बाद महंगाई का बढ़ना निश्चित है. विशेषज्ञों की मानें तो सितंबर माह के दूसरे सप्ताह तक खुदरा दाम में 5-8 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. जो सामान 100 रुपये में मिल रहे हैं, वे अगले सप्ताह से 105 से 108 रुपये तक में मिलेंगे. बाता दें कि डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आने वाली गिरावट से सरकार को पेट्रोल-डीजल के आयात के लिए अधिक कीमत देनी पड़ रही है. एक डॉलर का मूल्य 71 रुपये से अधिक हो गया है.
बढ़ेंगे ट्रांसपोर्ट के दाम
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बाद ट्रांसपोर्ट की कीमतों में जल्द ही बदलाव होने की उम्मीद है. बस, ऑटो और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए आपको अधिक किराया चुकाना पड़ सकता है.
वैसे, रुपये में आई गिरवट से भी आम जनता पर असर पड़ सकता है. डॉलर के मजबूत होने से आयत होने वाले खाद्य पदार्थ भी महंगे हो सकते है. भारत बड़े पैमाने पर खाद्य तेलों और दालों का भी आयात करता है.