पाकिस्तान की नापाक हरकत, LoC से लगते क्षेत्र में फिर से सक्रिय किए 20 आतंकी अड्डे
प्रतीकात्मक फोटो (File Photo)

पाकिस्तान (Pakistan) ने जम्मू-कश्मीर में सर्दियों से पहले आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए नियंत्रण रेखा (LoC) के पास 20 आतंकी प्रशिक्षण शिविर और 20 आतंकी अड्डे (Launch Pad) को सक्रिय किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. फरवरी में पुलवामा (Pulwama) में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादी हमले और उसकी प्रतिक्रिया में बालाकोट में भारतीय वायु सेना द्वारा किए गए हमले के बाद ये शिविर अस्थायी तौर पर बंद कर दिए गए थे. लेकिन ये फिर से सक्रिय हो गए हैं. यहां हर प्रशिक्षण शिविर और लॉन्च पैड में कम से कम 50 आतंकवादी हैं. एक सुरक्षा अधिकारी ने खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमला करने की साजिश कर रही थीं. दूर-दराज के क्षेत्रों में भी हमले की साजिशें हो रही थीं.

हालांकि जब आतंकवादी कोई बड़ा हमला करने में विफल रहे तो अब पाकिस्तानी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर में ज्यादा से ज्यादा आतंकवादी भेजने की ताक में है. अधिकारी ने बताया, ‘‘हमारे पास खुफिया जानकारी है कि पाकिस्तान ने कम से कम 20 आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर और 20 अड्डों को सक्रिय किया है. प्रत्येक में कम से कम 50 आतकंवादी हैं. ये सभी आतंकवादी नियंत्रण रेखा के जरिए मौका मिलते ही घुसपैठ करने की ताक में हैं.’’ सुरक्षा बल काफी सतर्क और मुस्तैद हैं लेकिन इसके बाद भी हाल के सप्ताह में कई आतंकवादी घुसपैठ करने में सफल रहे हैं. यह भी पढ़ें- पंजाब: भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, सर्च ऑपरेशन जारी.

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा है कि राज्य में 200 से 300 आतंकवादी सक्रिय हैं और पाकिस्तान ने सीमापार से गोलीबारी तेज की है ताकि सर्दियों से पहले ज्यादा से ज्यादा संख्या में आतंकवादियों की घुसपैठ करायी जा सके. सिंह ने रविवार को कहा था कि संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ी हैं और यह कश्मीर और जम्मू दोनों क्षेत्रों में हो रहा है. संघर्ष विराम उल्लंघन कनाचक, आर एस पुरा और हीरा नगर (अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे हुए) और नियंत्रण रेखा पर पुंछ, राजौरी, उरी, नम्बला, करनाह और केरन में बढ़ी हैं.