
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों को भोजन और आश्रय देने के आरोपी एक शख्स की रविवार, 4 मई 2025 को वेशाव नाला में कूदने के बाद डूबने से मौत हो गई. मृतक की पहचान 23 वर्षीय इम्तियाज अहमद मागरे के रूप में हुई है, जो कुलगाम जिले के दमहाल हांजीपोरा इलाके के तंगमार्ग का निवासी था. उसके बारे में खुलासा हुआ अहै कि वह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) के रूप में काम करता था और दिहाड़ी मजदूरी भी करता था. सूत्रों के अनुसार, मागरे सुरक्षा बलों को आतंकी ठिकाने तक ले जाते समय भागने की कोशिश में नदी में कूद गया. हालांकि, उसके परिवार ने पुलिस हिरासत में हत्या का आरोप लगाते हुए साजिश का दावा किया है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल हो रहा है, जिसमें मागरे नदी में कूदता दिखाई दे रहा है. वीडियो में वह तैरने की कोशिश करता है, लेकिन नदी का तेज बहाव उसे बहा ले जाता है, जिससे उसकी मौत हो गई. यह भी पढ़े: Pahalgam Terrorist Attack: पाक क्रिकेटरों पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक; बाबर आजम, रिजवान और शाहीन के इंस्टाग्राम अकाउंट ब्लॉक
नदी में कूदने का देखें वीडियो
सूत्रों के अनुसार, मागरे को शनिवार, 3 मई 2025 को पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि उसने कुलगाम के तंगमार्ग जंगल में छिपे आतंकियों को भोजन और अन्य सहायता प्रदान की थी. उसने सुरक्षा बलों को आतंकी ठिकाने तक ले जाने का वादा किया था.
नदी में छलांगा लगाने से डूबा
रविवार सुबह, पुलिस और सेना की संयुक्त टीम के साथ छापेमारी के लिए जाते समय मागरे ने वेशाव नाला में छलांग लगा दी. पुलिस ने बयान में कहा, "जब कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) शुरू किया गया, तो मागरे ड्रोन से वीडियोग्राफी के तहत नदी के किनारे बने ठिकाने पर गया. इसके बाद, वह वेशाव नाला में कूद गया, संभवतः भागने की कोशिश में।" बाद में, कुलगाम के अहरबल क्षेत्र में अदबल धारा से उसका शव बरामद किया गया.
महबूबा मुफ्ती ने उठाये सवाल
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इस घटना में साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने X पर पोस्ट में लिखा, "कुलगाम में एक और शव नदी से बरामद हुआ है, जिससे साजिश के गंभीर आरोप उठ रहे हैं। स्थानीय लोग दावा करते हैं कि इम्तियाज मागरे को दो दिन पहले सेना ने हिरासत में लिया था और अब रहस्यमय तरीके से उसका शव नदी में मिला है।" मुफ्ती ने मागरे की मौत की निष्पक्ष जाँच की माँग की है.
सुरक्षा बलों ने गलत जानकारी फैलाने की निंदा की
सुरक्षा बलों ने घटना के बारे में गलत जानकारी फैलाने की निंदा की है और कहा है कि मागरे की मौत के लिए उन्हें गलत तरीके से जिम्मेदार ठहराना अनुचित है.