जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बयान पर विवाद बढ़ता थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्ष लगातार घेरने की तैयारी में जुट गई है. सत्यपाल मलिक ने रविवार को कहा कि आतंकियों को हत्या ही करनी है तो वे निर्दोष लोगों के बजाए कश्मीर को लूटने वाले भ्रष्ट लोगों की हत्या क्यों नहीं करते हैं. सत्यपाल मालिक का यह विवादित बयान उस वक्त आया था जब वे कारगिल में आयोजित कारगिल-लद्दाख पर्यटन महोत्सव-2019 का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
वहीं अब यह बयान सियासी रूप लेने लगा है, जम्मू कश्मीर (Jammu kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) के बयान पर ट्वीट कर कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में किसी भी नेता, सेवारत / रिटायर्ड नौकरशाह की हत्या होती है तो उसके लिए गवर्नर सत्यपाल मलिक जिम्मेदार होंगे.
Save this tweet - after today any mainstream politician or serving/retired bureaucrat killed in J&K has been murdered on the express orders of the Governor of J&K Satyapal Malik.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 21, 2019
राज्य कांग्रेस प्रमुख जी ए मीर से पूछा, क्या वह जंगल राज को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं?. उन्होंने कहा कि मलिक जिस संवैधानिक पद पर हैं, उनका यह बयान उसकी गरिमा के खिलाफ है. हालांकि राज्यपाल ने फौरन यह भी कहा कि हथियार उठाना कभी भी किसी समस्या का हल नहीं हो सकता और उन्होंने श्रीलंका में लिट्टे का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा, भारत सरकार कभी हथियार के आगे घुटने नहीं टेकेगी. उन्होंने आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता नहीं अपनाने को कहा.