Norovirus: कोरोना के बाद भारत में अब नोरोवायरस का टेंशन, केरल में 19 छात्रों में पाया गया यह बीमारी, जानें इसके लक्षण और इलाज
देश में कोरोना वायरस के मामलों में भले ही कमी आई है. लेकिन कोरोना के मामले अभी भी पाए जा रहे हैं. कोरोना महामारी के बीच केरल में एक नए वायरस के संक्रमण ने लोगों के साथ ही सरकारी की टेंशन बढ़ा दी है
Norovirus Detected in 19 Students in Kerala: देश में कोरोना वायरस के मामलों में भले ही कमी आई है. लेकिन कोरोना के मामले अभी भी पाए जा रहे हैं. कोरोना महामारी के बीच केरल में एक नए वायरस के संक्रमण ने लोगों के साथ ही सरकारी की टेंशन बढ़ा दी है. क्योंकि इस महामारी से राज्य के 19 छात्र संक्रमित पाए गए हैं. जिनका इलाज चल रहा है और वे खतरे से बाहर है. यह भी पढ़े: कोरोना के बीच Norovirus की दहशत, जानें कितना खतरनाक है ये वायरस- क्या हैं इसके लक्षण
हालांकि इस वायरस ने इससे पहले दक्षिणी राज्य में पिछले साल जून में दस्तक दी थी. जबकि नोरोवायरस का पहला केस जून 2021 में सामने आया था. जब अलप्पुझा और आस-पास की नगर पालिकाओं में तीव्र अतिसार संबंधी बीमारियों के 950 मामले वायरस से जुड़े थे. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, विश्व स्तर पर हर साल नोरोवायरस के अनुमानित 685 मिलियन मामले दर्ज किए जाते हैं - जिसमें 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में 200 मिलियन शामिल हैं.
जानें नोरोवायरस क्या है, कैसे फैलता है:
नोरोवायरस एक बेहद ही संक्रामक वायरस है. नोरोवायरस को विंटर वोमिटिंग बग के नाम से भी जाना जाता है.नोवोवायरस संक्रमण में व्यक्ति को तेज उल्टी और डायरिया होता है. कई लोग नोरोवायरस को 'द स्टमक फ्लू' भी कहते हैं.हालांकि, इसका फ्लू या इंफ्लूएंजा से कुछ भी लेना देना नहीं है. यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने पर तेजी से फैलता है. इसके अलावा यह दूषित भोजन से भी फैलता है.इस संक्रामक वायरस का असर दो दिन से लेकर 6 दिन तक रहता है.
जानें नोरोवायरस का इलाज:
स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों के अनुसार नोरोवायरस को लेकर कोई विशेष ट्रीटमेंट नहीं है. इस संक्रमण में डॉक्टर रोगी को अधिक से अधिक लिक्विड लेने की सलाह देते हैं. इस बीमारी में शरीर में पानी की कमी होने से रोकने पर जोर होता है। इसके अलावा आराम करने की सलाह दी जाती है. साथ ही ऐसा भोजन खाने की सलाह दी जाती है जो आसानी से पच सके.