नई दिल्ली. कर्नाटक में भले ही कांग्रेस और जेडीएस की सरकार बन गई हो. लेकिन बहुमत साबित करने से पहले दोनों ही पार्टियों में एक बार फिर सत्ता का खेल शुरू हो गया है. या कहें यूं कि कर्नाटक का नाटक अभी थमा नहीं है. दरअसल कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर के एक बयान ने सियासी आग में घी डाल दिया है. जी परमेश्वर ने गुरुवार को एक बयान कहा था कि कहा कि एचडी कुमारस्वामी के पूरे पांच साल मुख्यमंत्री बने रहने पर अभी तक फैसला नहीं लिया गया है. बता दें कि दोपहर 3 बजे के बाद कुमारस्वामी का विधानसभा में बहुमत परीक्षण होगा.
उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर से यह पूछे जाने पर कि क्या कुमारस्वामी पूरे पांच साल मुख्यमंत्री रहेंगे तो उन्होंने कहा, हमने अब तक उन तौर-तरीकों पर अब तक चर्चा नहीं की है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिलहाल तो हमारा पहला लक्ष्य है फ्लोर टेस्ट को पास करना. उसके बाद मंत्रियों के विभागों का बंटवारा और लोगों को सुशासन मुहैया कराना है. इसके साथ कई अन्य महत्वपूर्ण काम हैं.
बता दें कि जी परमेश्वर के इस बयान बाद जेडीएस पर कांग्रेस सब कुछ ठीक नहीं का कयास लगाया जा रहा है. बीजेपी को पछाड़ने के लिए कांग्रेस ने ज्यादा सीटें होते हुए भी सीएम पद जेडीएस को दे दी. लेकिन अब माना जा रहा है कई कांग्रेस सूबे के कई अहम पद लेने की कोशिश में हैं. फिलहाल अगर दोनों पार्टियों में तालमेल की कमी हुई तो कयास लगाया जा रहा है कि कर्नाटक का नाटक एक बार फिर से शुरू हो सकता है.
आज है शक्ति परीक्षण
कर्नाटक में चुनाव के बाद कांग्रेस और जेडीएस की सरकार के लिए आज का दिन काफी अहम है. विधानसभा में सीएम बने कुमारस्वामी को अपना बहुमत साबित करना है. कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन के बाद इनके पास विधायकों की कुल संख्या 117 है. जिसमें जेडीएस 37 और कांग्रेस के 78 और 2 अन्य दल के विधायक हैं. वहीं कुमारस्वामी ने दावा किया है कि वो बड़ी ही आसानी से सदन में अपना बहुमत साबित कर देंगे.