नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बुधवार जी लोकसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की. इस दौरान गृह मंत्री ने ये भी बताया कि अभी तक सीएम बीरेन सिंह को क्यों नहीं बदला गया. उन्होंने कहा कि कोई राज्य का मुख्यमंत्री सहयोग नहीं कर रहा हो तो उसे बदलना पड़ता है. ये सीएम केंद्र के साथ सहयोग कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में हिंसा के कारणों और राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दी. No Confidence Motion: 13 बार लॉन्च किया गया, हर बार फेल... राहुल गांधी पर अमित शाह का निशाना.
मणिपुर में हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मैं मानता हूं कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं हुई हैं. ऐसी घटनाओं का कोई भी समर्थन नहीं कर सकता. इन घटनाओं पर राजनीति करना शर्मनाक है. गृह मंत्री ने कहा, 'मैं वहां (मणिपुर) 3 दिन रहा और इस अवधि के दौरान हमने कई निर्णय लिए... राज्य में सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है.'
गृह मंत्री ने कहा, 'मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था...आप मुझे चुप नहीं करा सकते क्योंकि 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी. मणिपुर में हमारी सरकार के पिछले छह वर्षों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी.'
मैतेई और कुकी समुदायों से गृह मंत्री की अपील
गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा के दौरान कहा, 'मैं मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से बातचीत में शामिल होने की अपील करता हूं, हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है...मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम राज्य में शांति लाएंगे. इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए.
मणिपुर के वायरल VIDEO पर क्या बोले अमित शाह
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के वायरल वीडियो पर कहा, 'यह समाज पर एक धब्बा है. ये वीडियो (मणिपुर वायरल वीडियो) इस संसद सत्र के शुरू होने से पहले क्यों आया? अगर किसी के पास यह वीडियो था तो उन्हें इसे डीजीपी को देना चाहिए था और उसी दिन (4 मई) कार्रवाई की गई होती. हमें जिस दिन वीडियो मिला हमने उन सभी 9 लोगों की पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.' गृह मंत्री ने कहा कि मणिपुर हिंसा के मामले में 14,898 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. 11,006 FIR हुई हैं.