देश भर में आज बंद रहेंगे मेडिकल, जानें- केमिस्ट एसोसिएशन ने क्यों बुलवाई हड़ताल और मांगे
एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्यापार का नहीं है. आम लोगों के स्वास्थ्य और दवा के दुरुपयोग को बढ़ावा मिलने से है.
नई दिल्ली: ई-कॉमर्स से दवा बिक्री होने के खिलाफ आज यानि शुक्रवार को देशभर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहेंगे. दवाओं की ऑनलाइन बिक्री के खिलाफ दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की भी तैयारी की है. ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआइओसीडी) के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने इंटरनेट के जरिये दवाओं की बिक्री यानी ई-फार्मेसी को मंजूरी दे दी है. सरकार के इस कदम के खिलाफ 28 सितंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है.
एआइओसीडी के महासचिव राजीव सिंघल ने कहा कि सवाल मात्र व्यापार का नहीं है. आम लोगों के स्वास्थ्य और दवा के दुरुपयोग को बढ़ावा मिलने से है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिना चिकित्सकों के प्रिस्क्रिप्शन (पर्चे) के दवाएं दी जा रही हैं. यहां तक कि प्रतिबंधित दवाएं भी खुलेआम बेची जा रही हैं. इन पर निगरानी के लिए कोई पुख्ता तंत्र नहीं है. यह भी पढ़े-केमिस्ट की हड़ताल से न हों परेशान, यहां से ले सकते हैं अपनी जरूरत की दवाई
आखिर कहां से खरीदें दवाएं-
-बता दें कि आज दवा विक्रेताओं की हड़ताल के बावजूद सरकारी अस्पतालों में फार्मेसी खुली रहेंगी. इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों की भी अपनी फार्मेसी होती है, वहां जाकर दवा ले सकते हैं.
-देश के ज्यादातर हिस्सों ऑनलाइन मेडिसिन डिलीवरी की सुविधा मौजूद है. इसके विरोध में केमिस्ट हड़ताल पर हैं.
-जन औषधि केंद्र से भी दवाई खरीदी जा सकती है.
-हड़ताल के मद्देनज़र केमिस्ट एसोसिएशन ने भरोसा दिलाया है कि अस्पतालों की फार्मेसी को लेकर उनकी कोई लड़ाई नहीं है.
इमरजेंसी का ध्यान रखते हुए टीएचए ने केमिस्ट दुकानों को चिन्हित किए हैं जहां बंदी के दौरान भी दवाएं मिलेंगी. बताया जा रहा है कि ऑर्गनाइजेशन ऑनलाइन दवा बिक्री के खिलाफ पिछले दो साल से विरोध कर रहा है.