मुंबई: ये जांबाज कॉन्स्टेबल अब तक पकड़ चुके हैं 4 हजार सांप, बचपन में काटा था कोबरा ने, देखें वीडियो
कॉन्स्टेबल मुरलीधर जाधव, (फोटो क्रेडिट्स: YouTube)

लोगों को जब भी सांप दिखाई देता है, वे कॉन्स्टेबल मुरलीधर शरवन जाधव को बुलाते हैं. बिना पैसे लिए मुरलीधर पिछले आठ साल से 4000 सांपों को सुरक्षित पकड़कर उनका पुनर्वास किया है. मुरलीधर जाधव कोई साधारण पुलिस वाले नहीं हैं. शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में कार्यरत 30 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल पिछले आठ वर्षों से मुंबई पुलिस की सेवा में हैं. जब भी कोई सांप देखा जाता है तो पुलिस कांस्टेबल मुरलीधर को याद किया जाता है. कांस्टेबल जाधव का कहना है कि 10 साल की उम्र में उन्होंने सांपो को पकड़ना शुरू किया था. 2007 से पुलिस में शामिल होने के बाद अब तक को 4000 सांपो को बचा चुके हैं. कांस्टेबल मुरलीधर ने बताया कि बचपन में उन्हें महाराष्ट्र के जलगांव जिले में अपने गांव लोहारा में एक जहरीले सांप ने काट लिया था. जिसके बाद उन्होंने सांपो को पकड़ना शुरू किया. उस वक्त मेरे इलाज के लिए कोई सुविधाएं नहीं थीं. यहां तक ​​कि जब मुझे अचेत अवस्था में अस्पताल ले जाया गया तो डोक्टरों ने मुझे ऐसे ही छोड़ दिया. राजेश थोंबरे नाम का एक व्यक्ति था, जो मेरे गांव में 'सांप मित्र' के नाम से प्रसिद्ध है. मेरे माता-पिता ने मेरी जान बचाने के लिए उनसे मदद मांगी और उन्होंने मदद भी की. मैं ठीक हो गया. उसके बाद मैं सांपों के बारे में जानने के लिए अक्सर उनके पास जाने लगा. थोंबरे ने सांपों, उनके व्यवहार और प्रजातियों के बारे में मुझे बताया.

उन्होंने बताया कि मैंने जो पहला सांप पकड़ा था, वह एक कोबरा था, हालाँकि मुझे नहीं याद कि मैंने पहली बार सांप कब पकड़ा था. इस सांप को मैं थोंबरे के पास ले गया जिसने मुझे बताया कि यह सबसे विषैले सांपों में से एक है. जाधव का कहना है कि वह कॉलेज में जूलॉजी में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते थे, लेकिन मुंबई पुलिस में भर्ती होने के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी. हालांकि उन्होंने इकोनॉमिक्स में कॉरेस्पोंडेंस से ग्रेजुएशन किया.

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मुंबई के पुलिस प्रवक्ता, धनंजय कुलकर्णी का कहना है कि शहर के सभी पुलिस नियंत्रण कक्षों में जाधव का कांटेक्ट नंबर है. “जब भी कोई सांप मिलता है, लोग उन्हें तुरंत बुलाते हैं. और वो हमेशा तुरंत आते भी हैं. जाधव को सांप पकड़ने के लिए रोज दिन में कम से कम सात कॉल आते हैं. जाधव ने सांपों के प्रति अपने प्रेम का श्रेय अपने सीनियर्स को दिया है. जाधव ने बताया कि उनके वरिष्ठ लोग उन्हें पास के स्पॉट पर जाने में मदद करने के लिए अपनी पुलिस बाइक भी देते हैं. "अगर घटनास्थल दूर है, तो संबंधित पुलिस स्टेशन के पुलिस कर्मी मुझे अपने पुलिस स्टेशन से बाइक या जीप देते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले उद्धव ठाकरे के निवास स्थान मातोश्री, बांद्रा, अभिनेत्रियों शिल्पा शिरोडकर और राजेश्वरी सचदेव के घर से 12 फूट का रॉक अजगर और रसेल वाइपर निकाला था. उन्होंने बताया रसेल वाइपर जिसे मैंने शिरोडकर के घर से निकाला था वह गर्भवती थी. जाधव कहते हैं, 'मैंने उसे पकड़ने के दो दिन बाद 38 सांपों की डिलीवरी की और उसे वन विभाग को सौंप दिया.

जाधव सांप पकड़ने के लिए मेहनताना नहीं लेते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें सांप पकड़ने का उपकरण देने का वादा किया था, लेकिन मैं उनके उपकरण भेजने का इन्तजार नहीं कर रहा हूं मैंने खुद उन चीजों को खरीद किया जिनकी मुझे जरुरत थी. मैंने 5000 हजार में एक स्टिक और टोंग खरीदी.