कोरोना मरीजों में दिख रहा यह नया घातक इंफेक्शन, दिल्ली में Mucormycosis के 6 मामले- यहां जानें इसके लक्षण
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: PTI)

नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी (COVID-19) की दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. कोरोना के नए मामले देश में रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. पिछले 24 घंटे में 4,14,433 नए मामले सामने आए, वहीं 3,920 मरीजों की मौत हो गई. यह पहली बार है जब एक दिन में कोरोना के नए आंकड़े 4.14 लाख पार पहुंचे हैं. इस बीच देश में एक नई बीमारी तेजी से लोगों को अपना निशाना बना रही है. यह बीमारी इतनी भयानक है कि ठीक से इलाज न होने पर मरीज की मौत हो सकती है. इस बीमारी का नाम म्यूकोर्मोसिस (Mucormycosis) है. कई राज्यों में अब तक इसके मामले सामने आ चुके हैं. Health Tips: अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए करें इस खास चाय का सेवन, सेहत के लिए है बेहद फायदेमंद. 

राजधानी दिल्ली (Delhi) में भी लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. डॉक्टर्स के अनुसार म्यूकोर्मोसिस एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है. यह फंगल इंफेक्शन नाक और आंख से होता हुआ ब्रेन तक पहुंच जाता है और समय पर सही इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो जाती है. कोरोना संकट: भारतीयों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने सुझाए हैं ये प्राकृतिक उपाय, COVID-19 बचाव के लिए इन्हें आजमाएं.

दिल्ली में 6 केस

दिल्ली से भी इस नई बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं. राजधानी में कोरोना वायरस से होने वाले इस दुर्लभ फंगल इंफेक्शन के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है. पिछले दो दिनों में म्यूकोर्मोसिस संक्रमण वाले छह रोगियों को सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

पिछले साल दिसंबर में, सर गंगा राम अस्पताल में कोविड -19 के रोगियों या पंद्रह दिनों की अवधि में इससे उबरने वाले रोगियों में फंगल संक्रमण के 10 मामले देखे गए थे. म्यूकोर्मोसिस को ब्लैक फंगस के रूप में भी जाना जाता है.

यह इतना घातक है कि यह मरीजों की जान ले सकता है. अगर इसका संक्रमण फैलता है तो यह आंखों की रोशनी कम हो सकती है. अधिक संक्रमण होने पर मरीज की आंखों को निकालना पड़ सकता है या उनके जबड़े की हड्डियों को निकालना पड़ सकता है.

कोरोना के मरीजों को ज्यादा खतरा

डॉक्टर्स के अनुसार म्यूकोर्मोसिस बीमारी आम तौर पर उन लोगों को तेजी से अपना शिकार बनाती है जिन लोगों में इम्यूनिटी बहुत कम होती है. कोरोना के दौरान या फिर ठीक हो चुके मरीजों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है इसलिए वो इसकी चपेट में आते हैं. Kadha Recipe to Boost Immunity: आयुर्वेद विशेषज्ञ के.डी. महापात्रा ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शेयर की काढ़ा बनाने की विधि. 

म्यूकोर्मोसिस के लक्षण

चेहरे पर एक तरफ सूजन, सिर दर्द, साइनस, चेस्ट पेन, सांस लेने में दिक्कत, तेज बुखार, नाक के ऊपरी हिस्से पर काले घाव जो जल्दी गंभीर हो जाते हैं. कुछ मरीजों को आंखों में दर्द, धुंधला दिखाई देना, पेट दर्द, उल्टी या मिचली भी महसूस होती है. इस इंफेक्शन के होने से फुंसी या छाले पड़ सकते हैं और इंफेक्शन वाली जगह काली पड़ सकती है.