केरल में रिमझिम बारिशः जानें आपके शहर में कब मानसून देगा दस्तक
चिलचिलाती गर्मी से बेहाल लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. दक्षिणी पश्चिमी मानसून संभावित तिथि से तीन दिन पहले केरल में दस्तक दे दी है. वैसे आमतौर पर 1 जून को मानसून केरल में पहुंचता है.
नई दिल्ली: चिलचिलाती गर्मी से बेहाल लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. दक्षिणी पश्चिमी मानसून संभावित तिथि से तीन दिन पहले केरल में दस्तक दे दी है. वैसे आमतौर पर 1 जून को मानसून केरल में पहुंचता है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि केरल तटों पर दक्षिणपश्चिम मानसून की पहली होने के साथ भारत में बारिश का मौसम पूर्वानुमान से तीन दिन पहले ही पहुंच गया है. आईएमडी ने कहा, "बीते तीन-चार दिनों से केरल में व्यापक बारिश हुई है. केरल में मानसून की बारिश की निगरानी के 14 केंद्रों ने 25 मई से 60 फीसदी से ज्यादा बारिश की सूचना दी है."
दक्षिण पश्चिम मानसून, दक्षिणपूर्व अरब सागर, मालदीव इलाके, पूरे लक्षद्वीप, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों व दक्षिण पश्चिम के कुछ अन्य हिस्सों, मध्य व उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ चुका है. मानसून के उत्तर की तरफ बढ़ने के साथ बारिश के मौसम की शुरुआत मानी जाती है.
कर्नाटक के तटीय इलाकों, बंगाल की खाड़ी के कुछ इलाकों में भी अगले 48 घंटे के अंदर ही मॉनसून के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. वहीँ देश की राजधानी दिल्ली में मॉनसून को पहुचने में लगभग एक महिना का वक्त लग सकता है. जबकि मुंबई में 6 जून तक मॉनसून पहुंच सकता है.
आईएमडी ने इससे पहले कहा था कि इस साल मानसून अपने सामान्य समय से पहले आएगा. वहीं, आईएमडी का कहना है कि इस साल जून से सितंबर के बीच दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रहेगा जिसके चलते औसत के मुकाबले 97% बारिश होने के आसार हैं, जो किसानों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है. हालांकि साथ ही देश के कुछ इलाकों में सूखा की भी आशंका जताई जा रही है.