मुंबई: 2014 में चली मालगाड़ी देशभर में घूमने के बाद अब जाकर अपने मंजिल पर पहुंची है. जी हां यह सच है. यह घटना बुलेट ट्रेन की तैयारी में जुटी भारतीय रेलवे के कामकाज के तरीको पर कई सवाल उठाती है. बताया जा रहा है रेलवे की इस घोर लापरवाही से मालगाड़ी में लदा करीब 10 लाख रुपए का सामान बर्बाद हो गया है.
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक यह मालगाड़ी विशाखापट्टनम से करीब साढ़े 3 साल पहले वर्ष 2014 में निकली थी. जो बुधवार को अनगिनत रेलवे स्टेशनों पर घुमने के बाद बुधवार को आखिरकार अपने गंतव्य स्थान उत्तर प्रदेश के बस्ती पहुंची. इसे देख कर रेल अधिकारी आश्चर्य चकित हो गए.
बस्ती में वैगन के पहुचने के बाद जब रेल अधिकारियों ने जांच की तो पता चला की 2014 में यह विशाखापटनम से बुक किया गया था. बता दें कि इण्डियन पोटास कंपनी ने खाद लगा वैगन विशाखापटनम से मेसर्स रामचन्द्र गुप्ता बस्ती की दुकान के लिए बुक किया था.
खाद के मालिक ने इसके लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि नवंबर 2014 में इस बुक कराया गया था और ये अब जाकर पहुंची है. उन्होंने बताया कि मिसिंग वैगन की शिकायत रेलवे से भी की गई थी. इसलिए रेलवे को दर्जनों पत्र भी लिखे लेकिन रेलवे अधिकारीयों ने वैगन खोजने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.