करतारपुर कॉरिडोर मामला: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नवजोत सिंह सिद्धू को लगाई फटकार
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिद्धू को करतारपुर मुद्दे को बिगाड़ने के लिए खूब फटकार लगाईं. विदेश मंत्री ने सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए दी गई अनुमति का गलत इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया.
नई दिल्ली: पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. इस दौरान सिद्धू ने विदेश मंत्री से करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करने में पहल करने का आग्रह किया. इस मुलाकात पर केन्द्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने दावा करते हुए कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिद्धू को करतारपुर मुद्दे को बिगाड़ने के लिए खूब फटकार लगाईं, साथ ही भारतीय सैनिकों की हत्या के दोषी जनरल बाजवा को गले लगाने को लेकर भी सिद्धू को लताड़ा.
हरसिमरत कौर ने ट्वीट करते हुए कहा कि विदेश मंत्री ने सिद्धू को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाने के लिए दी गई अनुमति का गलत इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. विदेश मंत्री ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर के मामले के संवाद को गड़बड़ाने और भारतीय सैनिकों की हत्या के दोषी जनरल बाजवा को गले लगाने को लेकर भी सिद्धू को खूब झाड़ा. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, दिल्ली अध्यक्ष अजय माकन ने दिया इस्तीफा
हालांकि इस पर विदेश मंत्रालय की तरफ से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है. इस मामले में भारत को पाकिस्तान की तरफ से आधिकारिक प्रस्ताव मिलने का इंतजार है. सूत्रों के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू ने एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य के साथ विदेशमंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी. यह भी पढ़ें- दिल्ली BJP अध्यक्ष मनोज तिवारी को बंद मकान की सील तोड़ना पड़ा भारी, दर्ज हुई FIR
बता दें कि सिद्धू नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री और पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान खान के बुलावे पर पिछले महीने पाकिस्तान गए थे. वो यहां इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान सिद्धू पाकिस्तान सेनाप्रमुख कमर जावेद बाजवा के गले मिले थे. जिस पर खूब विवाद खड़ा हुआ और सिद्धू की जमकर आलोचना हुई.
गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर को खोलना भारत के सिख श्रद्धालुओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे वह पाकिस्तान में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन कर सकते हैं.