नई दिल्ली: आर्मी जवान जितने मजबूत होते हैं, उतने ही मजबूत उनके परिवार वाले भी होते हैं. आर्मी परिवार समय-समय पर देश को अपनी बहादुरी और त्याग की मिसाल देते रहते हैं. ऐसी ही एक मिसाल जम्मू-कश्मीर के सांबा की रहने वाली नीरू संब्याल ने दी है. नीरू के पति राइफलमैन रविंदर साम्ब्याल 2 मई, 2015 को रेजिमेंट के साथ ड्रिल के दौरान शहीद हो गए थे. यह समय नीरू के लिए बहुत ही कठिन था, लेकिन नीरू ने समय के आगे हार नहीं मानी बल्कि हिम्मत दिखाई और खुद के साथ अपने पूरे परिवार को भी संभाला. नीरू की हिम्मत और मेहनत ने ऐसा रंग दिखाया कि आज वह खुद सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है.
कॉलेज में एनसीसी का C सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली नीरू 9 सितंबर को आर्मी ऑर्डिनेंस कोर में लेफ्टिनेंट बनाया गया. नीरू ने 2017 में सेना की परीक्षा दी और चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में अपनी पूरी की.
Samba(J&K): Neeru Sambyal, wife of army personnel Ravinder Sambyal(who lost his life in 2015) joins army,says 'Was depressed after his death, but my daughter was my motivation&so I decided to join army& today I am a lieutenant. You really have to be mentally strong to be in army' pic.twitter.com/rfxW8bujIZ
— ANI (@ANI) September 23, 2018
बेटी को बताया प्रेरणा
लेफ्टिनेंट नीरू ने अपनी कठिन मेहनत और लगन के प्रेरणा अपनी बेटी को बताया. नीरू ने कहा कि 'मैं अपने पति के मौत के बाद काफी दुखी हो गई थी. मगर मेरी बेटी मेरी प्रेरणा थी. इसलिए मैंने आर्मी में शामिल होने का फैसला किया और आज मैं एक लेफ्टिनेंट हूं.'
अपनी बेटी से प्रेरित होकर मैंने आर्मी में जाने का फैसला किया. नीरू के इस फैसले पर उनके सास-ससुर ने भी हामी भरी. सास और ससुर के साथ और बेटी की प्रेरणा ने उन्हें इस कठिन राह पर चलने की ताकत दी. बता दें कि नीरू और रविंदर की शादी साल 2013 में हुई थी. शादी के सिर्फ 3 साल ही सर्विस के दौरान एक ड्रिल में रविंदर शहीद हो गए.