Mumbai Maratha Protest: मराठा आंदोलन को लेकर AIMTC की चेतावनी: जल्द समाधान नहीं निकला तो देश को होगा भारी आर्थिक नुकसान
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो देश को भारी आर्थिक नुकसान, अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी और अनुबंध रद्द होने का खतरा हो सकता है.
Mumbai Maratha Protest: मराठा आरक्षण आंदोलन ने सोमवार को महाराष्ट्र में माल परिवहन सेवाओं को पूरी तरह ठप कर दिया, जिससे दक्षिण मुंबई और मुंबई बंदरगाह तक पहुंच बाधित हो गई. निर्यातकों और आयातकों में हड़कंप मच गया, क्योंकि जहाज महत्वपूर्ण समय-सीमाओं से चूक गए और हजारों करोड़ रुपये की खेपें हाईवे पर फंस गईं.
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (AIMTC) ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो देश को भारी आर्थिक नुकसान, अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी और अनुबंध रद्द होने का खतरा हो सकता है. यह भी पढ़े; Manoj Jarange Mumbai Maratha Protest: आज़ाद मैदान खाली करने के नोटिस के बाद मनोज जरांगे की सीएम फडणवीस को चेतावनी; ‘मर भी जाऊं तो यहां से नहीं हटूंगा’
पिछले चार दिनों से मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल मुंबई के आजाद मैदान में अनशन पर बैठे हैं. इस आंदोलन के कारण मुंबई की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. आम वाहनों के साथ-साथ माल परिवहन भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं पहुंच पा रहा है.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मनोज जरांगे पाटिल और उनके समर्थकों को फटकार लगाई है. कोर्ट ने कहा कि आंदोलन ने शांतिपूर्ण ढंग से निर्धारित शर्तों का पालन नहीं किया और शहर को ठप कर दिया है. कोर्ट के आदेश के बाद मुंबई पुलिस ने जरांगे पाटिल को नोटिस जारी कर आजाद मैदान को तुरंत खाली करने का निर्देश दिया है.
हालांकि, जरांगे पाटिल ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे आजाद मैदान नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, "हम मर जाएंगे, लेकिन यहां से नहीं जाएंगे. उनकी मुख्य मांग मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण प्रदान करना है.