Maharashtra Landslide: बारिश-भूस्खलन से अब तक 136 लोगों की मौत, रायगढ़ में 50 ग्रामीणों के मलबे में दबे होने की आशंका

मुंबई: महाराष्ट्र के रायगढ़, रत्नागिरी और सतारा जिलों में मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ियों के खिसकने, भूस्खलन, घरों के क्षतिग्रस्त होने जैसी कई घटनाओं में 136 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि अभी भी 50 से ज्यादा लोग लापता बताये जा रहे है. जबकि राज्य में भारी बारिश का कहर देखते हुए पुणे मंडल के तहत 84 हजार लोगों को शुक्रवार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के साथ ही थल सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं. महाराष्ट्र में बस के नदी में बहने से कुछ पल पहले उसमें सवार 11 लोगों को बचाया गया

मुसलाधार बारिश से वर्तमान में महाराष्ट्र के रत्नागिरी, रायगढ़, पुणे, सतारा, कोल्हापुर और सांगली जिले प्रभावित हुए हैं. चौंकाने वाली घटना महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पहाड़ी इलाके में महाड कस्बे के पास छोटे तलाई गांव में हुई, जहां भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन की चपेट में आने से दर्जनों ग्रामीणों की जान चली गई. पुणे और कोल्हापुर के साथ ही पुणे मंडल में सांगली और सतारा जिले भी आते हैं. सतारा भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. 40,000 से अधिक लोगो को कोल्हापुर जिले से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया हैं.

रायगढ़ में  50 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका 

रायगढ़ की कलेक्टर निधि चौधरी (Nidhi Chaudhary) ने बताया कि अब तक दो स्थानों से मलबे से कुल 44 शव निकाले जा चुके हैं. जबकि 35 घायलों का इलाज चल रहा है. रायगढ़ जिले में कुल 6 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है. एक स्थान पर बचाव कार्य अभी भी जारी है. मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुसार, लगभग 50 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है.

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद

महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय मदद दिए जाने की शुक्रवार को घोषणा की. मुख्यमंत्री कार्यालय से यहां जारी एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वित्तीय मदद की घोषणा के साथ ही लोगों की मौत पर दुख भी व्यक्त किया है. बयान में कहा गया कि अस्पतालों में घायलों के उपचार का खर्च सरकार वहन करेगी.

बाढ़ राहत कार्यों के लिए सशस्त्र बल तैनात

आईएएफ (Indian Air Force) ने बाढ़ राहत कार्यों के लिए दो एमआई-17वी5एस और दो एमआई-17एस भी तैनात किए हैं. एक अन्य हेलीकॉप्टर किसी भी आकस्मिक आवश्यकता के लिए पुणे में स्टैंड-बाय पर है. इसके अलावा, महाराष्ट्र सरकार से प्राप्त अनुरोध के आधार पर, मुंबई में भारतीय नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान ने राज्य प्रशासन को सहायता प्रदान करने के लिए बाढ़ बचाव दल और हेलीकॉप्टर जुटाए.

प्रतिकूल मौसम की स्थिति और प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक बाढ़ के बावजूद, कुल सात नौसैनिक बचाव दल गुरुवार को मुंबई से रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में तैनाती के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए. रायगढ़ जिले से फंसे लोगों को एयरलिफ्ट करने का काम भी शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा, भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन के अनुरोधों के आधार पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए बाढ़ राहत और बचाव दल भेजे.