मुंबई:- महाराष्ट्र (Maharashtra) में मचे सियासी घमासान के बीच एक बार फिर से बीजेपी की सरकार का एक बड़ा फैसला सामने आया है. सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadnavis) ने बारिश के कारण प्रभावित हुए किसानों (Farmers) के लिए बड़ा फैसला लिया है. देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने बारिश से प्रभावित किसानों के Rs 5380 करोड़ मंजूर किया है. इससे पहले रविवार के दिन उप मुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार देर रात मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय ने देर रात किये ट्वीट में कहा था कि, बेमौसम हुई बारिश से प्रभावित किसानों को अतिरिक्त मदद पर चर्चा की गई थी. सूबे में छिड़ी सियासी लड़ाई के बीच में बीजेपी इसे एक मास्टर स्ट्रोक के रूप में देख रही है.
बता दें कि इस बीच अजित पवार को मानाने के लिए एनसीपी के कई नेताओं ने कोशिश भी की, लेकिन अजीत पवार अपनी जगह से टस से मस तक नहीं हुए. जिसके बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि अजित पवार अपनी पूरी तैयारी कर के इस मैदान में कूदे हैं. इसी बीच सूबे की सरकार ने किसानों के लिए जो तोहफा दिया दिया है. उससे उनकी साख और भी मजबूत हो जाती है. इसी बीच महाराष्ट्र के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने 9 सिंचाई परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं की जांच बंद कर दी है. एजेंसी ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि ये मामले उप मुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़े हुए नहीं हैं. एसीबी ने यह सफाई विपक्षी कांग्रेस के इस दावे के बाद दी कि दो दिन पहले सरकार बनाने में बीजेपी की मदद करने की वजह से अजित पवार को दोषमुक्त कर दिया गया है.
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गौरतलब हो कि 288 सदस्यीय सदन में बीजेपी के 105 विधायक हैं, वहीं एनसीपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी ने दावा किया कि अन्य 11 स्वतंत्र विधायकों के समर्थन के बाद उनके पास 170 विधायकों की संख्या है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल बी. एस. कोश्यारी द्वारा महाराष्ट्र में बीजेपी-अजित पवार को सरकार बनाने के लिए दिए गए आमंत्रण मामले पर अपना आदेश मंगलवार सुबह 10.30 बजे के लिए सोमवार को सुरक्षित कर लिया है.