Maharashtra Bandh: लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद, किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरी महा विकास अघाड़ी
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Maharashtra Bandh: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के विरोध में महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) ने आज महाराष्ट्र बंद (Maharashtra Bandh) किया है. महा विकास अघाड़ी के कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरे. महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, अमरावती सहति कई जिलों में बंद का असर देखा जा रहा है. जबकि कई जगह हिंसा और तोड़-फोड़ की खबरें भी सामने आई है. Maharashtra Bandh: बंद शुरू होते ही मुंबई में 8 BEST बसों में तोड़फोड़, पुलिस सुरक्षा की मांग

वहीं वहीं पुणे मार्केट प्रमुख मधुकांत गरड़ ने बताया कि, पुणे के सभी बाजार बंद किए गए हैं इनमें मंडी भी शामिल है. उन्होंने कहा, बाजार के व्यापारियों ने बंद का पालन करने का फैसला किया है. हमने किसानों को इस बारे में पहले ही सूचित कर दिया था.

हांलाकि, महाविकास आघाडी से जुड़ी तीनों पार्टियों कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने बंद के दौरान बेहद जरूरी सेवाएं जैसे अस्पताल और मेडिकल सर्विस से जुड़ी चीजों को बंद नहीं करने करने का फैसला किया है. इससे पहले लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में 9 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद करने का ऐलान किया गया था.

मुंबई में अत्यावश्यक सेवाओं के अलावा मुंबई लोकल ट्रेन पूरी क्षमता से के साथ चल रही है लेकिन लोकल ट्रेन में यात्रा के लिए वैक्सीनेशन कंप्लीट होना जरूरी है. वहीं बेस्ट बसों और लोकल साधनों पर इस बंद का काफी असर दिखाई दे रहा है. करीब 8 बसों में तोड़फोड़ की खबरों के बाद इनका संचालन प्रभावित हुआ है. बेस्ट बस चालकों ने सरकार से सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. हांलाकि, बेस्ट कर्मचारी संगठन भी बंद का समर्थन कर रहे हैं.

इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने बंद की घोषणा करते हुए कहा था कि लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र में बंद रहेगा और उनकी पार्टी शिवसेना पूरी ताकत के साथ हिस्सा लेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए संजय राउत ने कहा कि मोदी सरकार की किसान विरोधियों नीतियों के खिलाफ लोगों को जगाना जरूरी है.

बता दें कि बीती तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के एक कार्यक्रम के दौरान किसानों को एक कार ने कुचल दिया था. इस घटना में चार किसानों सहित 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद यहां हिंसा भड़क गई. लखीमपुर खीरी हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र के ऊपर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इस हिंसा की जांच में सरकार की सुस्त रवैये के चलते महाराष्ट्र में बंद किया गया है.