Maharashtra: अनिल देशमुख के बाद सचिन वझे के निशाने पर महाराष्ट्र  के डिप्टी सीएम अजित पवार व मंत्री अनिल परब, NIA को पत्र लिख लगाया यह आरोप
सचिन वझे (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक रखने और मनसुख हिरेन की हत्या मामले में गिरफ्तार निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वझे(Sachin Waze)  ने बुधवार को एक और बड़ा खुलासा किया है. वझे ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री रहे अनिल देशमुख (Anil Deshmukh News) पर उगाही का आरोप लगाने के बाद  राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार, शिवसेना नेता व महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अनिल परब (Minister Anil Parab) के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है. एनआईए को लिखे चिट्ठी में वझे ने दावा किया है कि अनिल परब ने 50 ठेकेदारों से  दो-दो करोड़ रुपये पैसे उगाहने के लिए कहा था. कुछ इसी तरह से वझे ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार अजित पवार पर भी आरोप लगाये हैं

सचिन वझे द्वारा एनआईए को लिखे चिट्ठी के बाद अनिल परब ने अपने सफाई में कहा, वझे पहले इस बात को क्यों नहीं बताई. अचनाक से वह पत्र लिखकर मेरे बारे में  ये आरोप लगाया जा रहा है. इसका मतलब साफ़ है कि सरकार को बदनाम करने के लिए यह सब किया जा रहा है. यह एक साजिश है. ऐसे में मै किसी भी तरह के जांच के लिए तैयार हूं. मैं नार्को टेस्ट के लिए भी तैयार हूं. अनिल परब ने अपने बयान में बीजेपी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दो दिन पहले बीजेपी के कार्यकर्ता कह रहे थे इस केस में अनिल परब का भी नाम है. उन्हें भी इस्तीफा देना पड़ेगा मै पूछना चाहता हूं कि उन्हें कैसे पता कि सचिन वझे एएनआई को पत्र लिखने वाला हैं. यह भी पढ़े: रविशंकर प्रसाद ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना- कहा, ‘अनिल देशमुख के इस्तीफे के बाद भी खामोश क्यों हैं सीएम

अनिल परब की सफाई:

सचिन वझे ने बुधवार को एनआईए को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि अनिल परब ने उनसे एक ट्रस्टी से पैसे वसूलने के लिए कहा था. अपने लेटर में वझे ने कबूल किया है कि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें मुंबई में बार और रेस्ट्रॉन्ट से पैसे उगाही करने के लिए कहा था. वझे की इस चिट्ठी के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर से बवाल मच गया हैं.

वझे ने अपने पत्र में अजित पवार के बारे में जिक्र किया है. उनसे अजित पवार के एक खास आदमी के बारे में लिखा था कि वह गुटखा व्यापारियों से पैसा वसूल करे. वझे द्वारा इसे करने से मना कर देने पर उसने उसके कुछ दिन बाद कहा कि अजित पवार उसके इस बात से नाराज हैं. वझे ने अपनी नौकरी बहाली के बारे में भी लिखा है कि नौकरी पर उसे वापस आने पर शरद पवार ने इसका विरोध करते हुए उसे फिर से निलंबित करने को कहा. जिसके बदले में अनिल देशमुख ने उससे दो करोड़ रूपया मांगा. (इनपुट एजेंसी के साथ)