उत्तर भारत इस समय बाढ़ जैसी विकट परिस्थति से जूझ रहा है. देश के कई राज्यों में तेज बारिश के कारण नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है. इन्हीं राज्यों में मध्य प्रदेश का नाम भी शामिल है. एमपी नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. देवास में नर्मदा नदी खतरे के निशान से 13 फीट उपर पहुंच गई है. जिसके कारण नर्मदा नदी की सहायक नदियां भी अपने उफान पर हैं. जलस्तर बढ़ने के कारण कई गांवो में पानी और सड़के डूब गई हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज पांच जिलों का हवाई सर्वे किया है. इनमे देवास, हंडिया, होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन शामिल है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा नदी का पानी समुद्र की तरह दिख रहा है.
ANI का ट्वीट:-
Madhya Pradesh: Chief Minister Shivraj Singh Chouhan conducts aerial survey of flood-affected areas in Vidisha. pic.twitter.com/O6h0e3ypY2
— ANI (@ANI) August 30, 2020
राज्य में अभी भी गांव के गांव पानी में डूबे हुए हैं. इस बीच राहत की बात ये है कि पानी एक डेढ़ फीट अभी कम हुआ है. वहीं, बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों को राहत शिविरों में ले जाया जा रहा है. राज्य के कई जिलों में पानी का लेवल काफी उपर पहुंच गया है. वहीं, प्रदेश के सीहोर और छिंदवाड़ा सहित सात से अधिक जिलों में भारी बारिश के कारण तालाब और नदी, नाले उफान पर हैं. वहीं, छिंदवाड़ा जिले के बाढ़ग्रस्त इलाके में फंसे लोगों को भारतीय वायु सेना के सैनिक हेलीकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट किया जा रहा है.
एयरलिफ्ट करते वायुसेना के जवान:-
#WATCH Madhya Pradesh: Indian Air Force launched a Mi17V5 helicopter mission to rescue 2 youth & an elderly man from their inundated houses near Mowad village in Balaghat, situated along the banks of the overflowing Wainganga river.
(Video Source: Indian Air Force ) pic.twitter.com/03AQ4hrDGD
— ANI (@ANI) August 30, 2020
केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्टेशनों के लिए ने शनिवार को रेड बुलेटिन (Red Bulletin) जारी कर बाढ़ को लेकर चेतावनी दी है. किसी भी हालात से निपटने के लिए SDRF की टीमें सक्रिय हैं, जहां जरूरत है वहां NDRF की टीमें को भेज दिया गया है. राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविरों में शिफ्ट कर रही है.