मध्य प्रदेश: अस्पताल का बिल नहीं भरने पर 80 वर्षीय बुजुर्ग को बेड से बांधा, मामले पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जताया विरोध, कहा- दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
बुजुर्ग (Photo Credits ANI)

भोपाल: कोरोना महामारी के बीच जहां डॉक्टर लोगों की जान बचाने को लेकर दिन रात काम कर रहे हैं. वहीं मध्य प्रदेश से एक प्राइवेट अस्पताल से चौकाने वाली एक घटना सामने आई है. जहां एक अस्पताल में इलाज करवाने गए बुर्जुग द्वारा बिल नहीं भरने पर उसे अस्पताल के बेड से बांध दिया गया है. खबरों की अनुसार अस्पताल की तरफ से कहा गया कि तब तक अस्पताल से छोड़ा नहीं जाएगा जब तक अस्पताल का बिल नही भर दिया जाता है.  मध्य प्रदेश में अस्पताल के इस घिनौनी करतूत को लेकर हर कोई विरोध कर रहा है. वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने घटना पर विरोध जताया है.

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे मामले पर एक ट्वीट किया है. उन्होंने अपने अधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर लिखा कि शाजापुर के एक अस्पताल में वरिष्ठ नागरिक के साथ क्रूरतम व्यवहार का मामला संज्ञान में आया है. ऐसे में बुर्जग के साथ ऐसी हरकत करने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. उसके खिलाफ कड़ी- से कड़ी कार्रवाई होगी. यह भी पढ़े: दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों को सीएम अरविंद केजरीवाल की चेतावनी, कहा- ब्लैक मार्केटिंग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा

दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा: सीएम शिवराज सिंह चौहान

वहीं इस घटना पर मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी विरोध जताया है. उन्होंने  ट्वीट कर लिखा कि  ''प्रदेश के शाजापुर में एक अस्पताल में एक बुजुर्ग व्यक्ति से ऐसा अमानवीय, बर्बर व्यवहार. बेटी का आरोप अस्पताल का बिल नहीं चुकाने पर पिता के हाथ-पैर रस्सियों से बांध बंधक बनाया.

पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी विरोध जताया:

क्या है पूरा मामला

खबरों के अनुसार 80 वर्षीय बुजुर्ग का नाम लक्ष्मीनारायण हैं. उसकी तबियत खराब होने पर उसे शाजापुर के सिटी नामक एक प्राइवेट अस्पताल में परिवार वालों ने भर्ती करवाया. जहां अस्पताल का बिल बना. जिस बिल के कुछ पैसा परिवार वालों ने भर दिया. लेकिन बाकी पैसा उनके पास नहीं होने पर उन्होंने असमर्थता जताई. जिस पर अस्पताल के कर्मचारियों ने बुजुर्ग को बेड से बांध दिया. वहीं इस पूरे मामले पर अस्पताल की तरफ से सफाई में कहा गया है कि बुजुर्ग को दिमागी बुखार है. उन्हें झटके भी आ रहे थे. इसलिए सुरक्षा को देखते हुए उन्हें बांधा गया था. वहीं इस पूरे मामले पर शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन ने सीएमएचओ से मामले की जांच करके रिपोर्ट देने को कहा है.