Lucknow: चाइल्ड ट्रैफिकिंग करने वाले गैंग का भंडाफोड़, पति-पत्नी समेत 5 गिरफ्तार
बता दें कि लखनऊ पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि बीते कुछ दिनों से गोमतीनगर इलाके में राज्य से बाहर की नाबालिग लड़कियों के देह व्यापार किया जा रहा है. इन्हीं सूचनाओं के आधार पर गुरुवार को विपुलखंड के सहारा ब्रिज के नीचे से कुछ लोगों को संदिग्ध गतिविधियों में देखा गया और उनको हिरासत में लिया गया.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) की गोमतीनगर पुलिस ने जिस्मफरोशी के एक इंटरस्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग गिरोह (Child Trafficking Gang) का खुलासा किया है. पुलिस ने असम के रहने वाले पति-पत्नी समेत पांच को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह के कब्ज़े से असम की रहने वाली दो नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया है. Lucknow: कोविड महामारी और सुरक्षा प्रोटोकॉल की दूसरी लहर को देखते हुए इस बार भी बड़ा मंगल उत्सव आयोजित नहीं किया जाएगा
बता दें कि लखनऊ पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि बीते कुछ दिनों से गोमतीनगर इलाके में राज्य से बाहर की नाबालिग लड़कियों के देह व्यापार किया जा रहा है. इन्हीं सूचनाओं के आधार पर गुरुवार को विपुलखंड के सहारा ब्रिज के नीचे से कुछ लोगों को संदिग्ध गतिविधियों में देखा गया और उनको हिरासत में लिया गया.
एडीसीपी ईस्ट क़ासिम आब्दी ने कहा सख़्ती से पूछताछ के बाद पता चला कि संदिग्धों में असम का फैजुद्दीन और उसकी पत्नी है, जो वहां से दो नाबालिग लड़कियों को लेकर आए थे. इन्हें लखनऊ के गाजीपुर में रहने वाली कंचन आंटी को देना था, लेकिन डिलीवरी से पहले ही पुलिस ने कंचन और उसके साथी सनी गुप्ता के साथ राहुल गौतम को भी दबोच लिया. कामरूप और असम के कुछ पिछड़े जिलों से ये गिरोह गरीब नाबालिग लड़कियों को लाता था.
दरिंदों के कब्ज़े से छुड़ाई गई दोनों नाबालिग लड़कियां असम के कामरूप जिले की रहने वाली हैं. इन लड़कियों को काम दिलाने के बहाने फैजुद्दीन और उसकी पत्नी नई दिल्ली, जयपुर, लखनऊ जैसे शहरों में लाते थे और अलग-अलग गिरोहों को बेच देते थे. ये गिरोह इन बच्चियों से जिस्मफरोशी कराते थे. आरोपियों से पूछताछ में साफ हुआ कि कई गिरोह जिस्मफरोशी के लिए नाबालिग लड़कियों की डिमांड करते हैं.