पटना, 27 मार्च : बिहार में एनडीए जहां लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी समर में अपने 'योद्धाओं' को उतार चुकी है, वहीं महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बन सकी है. राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव पिछले दो दिनों से दिल्ली में हैं और बैठकों का दौर भी जारी है, जिसे लेकर बिहार में महागठबंधन के नेताओं में बेचैनी है. बिहार में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में मतदान होना है. राजद ने इन चारों सीटों पर अपने प्रत्याशियों को सिंबल दे चुकी है, लेकिन औरंगाबाद सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है.
औरंगाबाद से महागठबंधन में शामिल कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारना चाहती है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को दिल्ली में कहा था कि कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है. हालांकि, सूत्र अभी भी बताते हैं कि कई सीटों को लेकर अभी भी स्थिति साफ नहीं है. सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि अगर सीट बंटवारा दिल्ली में तय कर भी लिया जाएगा, तो क्षेत्र में घटक दलों के कार्यकर्ताओ के दिल मिल पाएंगे उसमे शंका है. यह भी पढ़ें : ईडी की हिरासत से केजरीवाल के पत्र लिखे जाने के मामले में भाजपा ने जांच की मांग की
पूर्णिया, कटिहार, औरंगाबाद जैसी कई सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है लेकिन राजद इसके लिए तैयार नहीं है. औरंगाबाद में राजद द्वारा अपने प्रत्याशी को सिंबल दिए जाने के बाद कांग्रेस की नाराजगी भी देखने को मिली है. पूर्णिया सीट पर कांग्रेस पूर्व सांसद पप्पू यादव को उतारना चाहती है जबकि राजद यहां से जदयू से आयी बीमा भारती को लड़ाना चाह रही है. बताया जाता है कि दिल्ली में बुधवार को फिर से कांग्रेस और राजद के नेता सीट बंटवारे को लेकर बैठने वाले हैं.