पटना, 31 मई : लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में बिहार की आठ सीटों पर मतदान 1 जून को होना है, जबकि मतों की गिनती 4 जून को होगी. इस चुनाव में मुख्य रूप से मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है. ऐसे में दोनों गठबंधनों के नेताओं ने मतदाताओं को आकर्षित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी.
एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जमकर चुनावी सभाएं और रोड शो किये. वहीं, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का जोर जनसंपर्क अभियान पर रहा. दरअसल, ये नेता खुद चुनाव नहीं लड़ रहे थे, इस कारण इन्होंने एनडीए प्रत्याशियों के लिए जमकर पसीना बहाया. यह भी पढ़ें :Namami Gange Project: नमामि गंगे परियोजना में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ, वाराणसी के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे- कांग्रेस
चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और राजद पर निशाना साधा. इस बीच, वे कमोबेश अपनी सभाओं में लोगों को यह भरोसा देते दिखे कि वे अब एनडीए छोड़कर नहीं जाएंगे. दूसरी ओर, चौधरी राजद प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर हमलावर रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 अप्रैल को जमुई लोकसभा क्षेत्र से बिहार में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की थी. जमुई की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंच साझा किया. इसके बाद जब 7 अप्रैल को प्रधानमंत्री ने नवादा में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा की तो उसमें भी नीतीश कुमार ने मंच साझा किया. मुख्यमंत्री ने अपनी चुनावी सभाओं की शुरुआत 12 अप्रैल को नवादा लोकसभा क्षेत्र के वारसलीगंज से की. मुख्यमंत्री के लिए चुनाव प्रचार के लिए विशेष वाहन तैयार करवाया गया था.
मुख्यमंत्री ने एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में महाराजगंज, सीवान, सासाराम, बक्सर, काराकाट, जहानाबाद, आरा, पटना साहिब सहित कई क्षेत्रों में रोड शो भी किये. वैसे, इस चुनाव प्रचार अभियान में मुख्यमंत्री की जुबान भी कई मौकों पर फिसली, जिसको लेकर विपक्षी दलों ने निशाना भी साधा.
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इस चुनाव में जमकर पसीना बहाया. उन्होंने 114 चुनावी सभाएं कीं और मतदाताओं से एनडीए प्रत्याशी को वोट देने की अपील की. चौधरी 4 अप्रैल को जमुई में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया था. इसके बाद 9 अप्रैल को औरंगाबाद में उन्होंने जनसम्पर्क अभियान किया और 12 अप्रैल को बेलागंज में चुनावी सभा को संबोधित किया. प्रचार अभियान के अंतिम दिन यानी गुरुवार को उन्होंने बक्सर और सासाराम में रोड शो किये.
उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सभाओं से ज्यादा जनसंपर्क अभियान पर जोर दिया. इस चुनाव में उन्होंने 551 दौरे किये और एनडीए प्रत्याशियों के लिए जनसंपर्क किया. इस दौरान इन्होंने कई रोड शो भी किये.