लखनऊ, 15 जून: राज्य चुनाव आयोग ने पंचायती राज विभाग को सूचित किया है कि वह 15 जून से 3 जुलाई के बीच जिला पंचायत चुनाव कराने के लिए तैयार है. राज्यपाल की ओर से अपर मुख्य सचिव (पंचायती राज) मनोज सिंह ने सोमवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की. सूत्रों ने कहा कि विभाग अधिसूचना जारी करने से पहले जल्द ही पंचायती राज निदेशालय से इनपुट मांगेगा. 75 जिलों के जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव विभिन्न जिलों के 3,050 सदस्यों द्वारा किया जाएगा. जौनपुर में सबसे ज्यादा 83 वार्ड हैं, इसके बाद सीतापुर और लखीमपुर खीरी में क्रमश: 79 और 72 वार्ड हैं. यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh Panchayat Election 2021: यूपी पंचायत चुनाव में 3.19 लाख उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर में 68 वार्ड हैं. जिला पंचायत चुनाव की औपचारिक अधिसूचना मंगलवार को जारी की जाएगी जिसके बाद पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए एक प्रमुख प्रतिष्ठा का मुद्दा है, खासकर बीजेपी जिसने जिला पंचायत के अधिकांश वाडरें में अपने पदाधिकारियों को मैदान में उतारने का फैसला किया है. सत्तारूढ़ पार्टी को समाजवादी पार्टी से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी छोटे, क्षेत्रीय दलों, सपा और बसपा का मुकाबला करने के लिए राज्य के ग्रामीण हिस्सों में अपने पदचिह्न् को अधिकतम करने का प्रयास कर रही है. सपा और बीजेपी दोनों ने निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ बैक-चैनल बातचीत शुरू की है, जिन्होंने बड़ी संख्या में वाडरें में जीत हासिल की है. विभिन्न दलों द्वारा समर्थित उम्मीदवारों को उनका समर्थन जिला पंचायत चुनावों में महत्वपूर्ण होगा.