कुंभ 2019: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- अकबर के किले में लगेगी सरस्वती मां की मूर्ति

योगी ने कहा कि सैकड़ों वर्षो से हमारे खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा है. ये दुष्प्रचार का ही हिस्सा है कि आर्य भारत के नहीं हैं. धरती, गंगा, गौ सबको मां संबोधित करते हैं. कुंभ का आयोजन नारी विरोधी कैसे हो सकता है. साढ़े चार सौ साल बाद कुंभ में सरस्वती कुंड और अक्षयवट का लोग दर्शन कर पाएंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credit-PTI)

यूपी (Uttar Pradesh) में योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सीएम योगी ने ऐलान करते हुए कहा कि प्रयागराज में अकबर (Akbar fort) द्वारा बनाए किले में ऋषि भारद्वाज और सरस्वती की मूर्ति को स्थापति किया जाएगा. इसके साथ ही माघ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए किले के भीतर अक्षयवट ( Akshay Vat) और सरस्वती कूप (Saraswati Koop) को खोला जाएगा ताकि वहां पर जाकर लोग पूजा-अर्चना कर सकें. कहा जाता है कि किले के भीतर सरस्वती कूप पिछले 435 वर्षों से बंद है और अब यह चार शताब्दी के बाद फिर से खोला जाएगा.

इस दौरान योगी ने कहा कि अकबर ने प्रयाग में किला बनवाया था तो क्या इस वजह से लोग पूजा-पाठ नहीं कर सकते हैं क्या वहां पर. इससे पहले उन्होंने कुंभ (Kumbh Mela) को लेकर कहा था कि इस बार कुंभ में ऐसे इंतजाम कराए हैं कि स्वच्छता के प्रतीक के कारण एक मक्खी भी नजर नहीं आएगी. भारत की आजादी के बाद यह पहला कुंभ होगा, जिसमें गंगा का शुद्ध जल आने वाले सभी श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा. योगी ने कहा कि 12 से 15 करोड़ लोग कुंभ में आते हैं, जिसमें किसी भी प्रकार का भेद नहीं होता है. कुंभ आयोजन में पूरा देश बिना किसी आमंत्रण के प्रयाग की धरती पर आता है.

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योगी ने कहा कि सैकड़ों वर्षो से हमारे खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा है. ये दुष्प्रचार का ही हिस्सा है कि आर्य भारत के नहीं हैं. धरती, गंगा, गौ सबको मां संबोधित करते हैं. कुंभ का आयोजन नारी विरोधी कैसे हो सकता है. साढ़े चार सौ साल बाद कुंभ में सरस्वती कुंड और अक्षयवट का लोग दर्शन कर पाएंगे. अकबर के किला बनाने के बाद दर्शन बंद हो गया था. कुंभ को दलित विरोधी भी बताया गया. हम युवाओं को सम्मानजनक ढंग से स्वावलंबी बना रहे हैं.

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