कोल्हापुर: एक ओर महिलाओं के लिए जहां प्रतिबंधित मंदिरों के मार्ग सुप्रीम कोर्ट ने साफ किए हैं. वहीं दूसरी तरफ महिलाओं के लिए मंदिरों में पहनावे का एक नया फरमान मंदिर प्रसाशन द्वारा आया है. महाराष्ट्र के कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर में परिधानों को लेकर लोगों से अपील की गई है. पश्चिम महाराष्ट्र देवीस्थान के चेयरमैन महेश जाधव ने लोगों ने अपील की है कि वह छोटे कपड़े पहनकर मंदिर में न आएं. यह निर्देश सिर्फ महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि साथ-साथ पुरुषों के लिए भी हैं.
यही नहीं जाधव ने यह भी कहा कि फिर भी अगर लोग छोटे कपड़ों में आते हैं तो उन्हें एक कमरा उपलब्ध कराया जाएगा तो जहां वह अपने कपड़े बदल सकें. महेश जाधव के अनुसार कई भक्तों की सिफारिश पर ही यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने पुरुष और महिला दोनों से अपील की है कि वह छोटे कपड़े पहनकर मंदिर न आएं. यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, महिलाओं के लिए खुले सबरीमाला मंदिर के दरवाजे
जाधव ने बताया कि ड्रेस कोड को लेकर मंदिर प्रसाशन के कोई नियम नहीं हैं और न ही वे किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना चाहते हैं. वे सिर्फ लोगों से इस मुद्दे पर अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मंदिर प्रसाशन छोटे कपड़ों में आने वाले भक्तों को मंदिर प्रसाशन कमरा उपलब्ध कराएंगे जहां उन्हें कपड़े बदलने की सुविधा होगी.
गौरतलब है कि अभी कुछ साल पहले ही महालक्ष्मी मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को अनुमति मिली है. इससे पहले महिलाओं को मंदिर के गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं थी.