चंडीगढ़: पंजाब के लाजंधर में इंडियन साइंस कांग्रेस कार्यक्रम में शुक्रवार को शामिल होने आए आंध्र विश्वविद्यालय के वीसी जी नागेश्वर राव ने कौरवों को लेकर एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि धृतराष्ट्र के 100 पुत्रों (कौरवों) का जन्म टेस्ट ट्यूब तकनीक के जरिये हुआ था. राव ने यह भी कहा कि भारत में हजारों साल पहले निर्देशित मिसाइलों का ज्ञान था. वाइस चांसलर ने कहा कि इससे पता चलता है कि मिसाइलों का विज्ञान भारत के लिए नया नहीं है और यह हजारों वर्ष पहले भी मौजूद था.
राव ने अपने स्पीच में कहा कि भगवान राम ने अस्त्रों और शस्त्रों का इस्तेमाल किया जो लक्ष्यों का पीछा करते थे और उसे भेदने के बाद वापस आते थे. वाइस चांसलर ने कहा कि इससे पता चलता है कि मिसाइलों का विज्ञान भारत के लिए नया नहीं है और यह हजारों वर्ष पहले भी मौजूद था. यह भी पढ़े: बजरंगबली की जाति पर एक बार फिर मचा बवाल, बीजेपी के इस नेता ने कहा- मुसलमान थे हनुमान
#WATCH: GN Rao,Vice-Chancellor Andhra University at Indian Science Congress y'day in Jalandhar:How come Gandhari gave birth to 100 children?Stem cell research was done 1000 yrs ago in this country,we had 100 Kauravas from one mother because of stem cell&test tube-baby technology. pic.twitter.com/C9nlaYwB7p
— ANI (@ANI) January 5, 2019
राव के मुताबिक, रामायण में कहा गया है कि रावण के पास केवल पुष्पक विमान ही नहीं, बल्कि अलग-अलग आकार और अलग-अलग क्षमताओं के 24 तरह के विमान थे. रावण के श्रीलंका में कई हवाई अड्डे थे और वह कई उद्देश्यों के लिए इन विमानों का इस्तेमाल करता था.