धारा 370 रद्द: कश्मीरी युवती याना मीरचंदानी ने मोदी सरकार के फैसले को सराहते हुए बनाया वीडियो, पाकिस्तानी एंकर को सुनाई खरी-खरी
याना मीरचंदानी नाम की इस लड़की का एक वीडियो मैसेज सोशल मीडिया पर जमकर छाया हुआ है. इस वायरल वीडियो में याना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से धारा 370 को हटाने के सरकार के फैसले को समर्थन देने की अपील कर रही है.
मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashir) को विशेष राज्य का दर्जा देने वाली धारा 370 रद्द कर चुकी है. सरकार के इस फैसले पर अब जम्मू-कश्मीर की एक युवती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. याना मीरचंदानी (Yana Mirchandani) नाम की इस लड़की का एक वीडियो मैसेज सोशल मीडिया पर जमकर छाया हुआ है. इस वायरल वीडियो में याना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धारा 370 को हटाने के सरकार के फैसले को समर्थन देने की अपील कर रही है. ट्विटर पर पोस्ट किए दो वीडियो में याना मीरचंदानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) , संयुक्त राष्ट्र, इजराइल पीएमओ और चाइना डेली को टैग किया है.
मीरचंदानी ने अपने मैसेज में बताया है कि धारा 370 को हटाना कश्मीर के लिए अच्छा क्यों है. धारा 370 को एक " "द्रकोनियन कानून" (Draconian Law) बताते हुए कहा कि इसकी वजह से घाटी में वर्षों से बेरोजगारी है.
धारा 370 हटाने के सरकार के फैसले पर गर्व-
मीरचंदानी ने अपने वीडियो मैसेज में कहा कि वह भी इस पूरे घटनाक्रम के बाद वह भी अपने परिवार के संपर्क में नहीं आ पाई हैं लेकिन वह धारा 370 के निरस्त करने के बाद सुरक्षित महसूस कर रही हैं. मीरचंदानी ने कहा "यह एक बहादुर निर्णय है और सरकार के इस फैसले पर मुझे बहुत गर्व है. मीरचंदानी ने 'जय हिंद' के साथ अपने इस मैसेज को समाप्त किया.
पाकिस्तानी महिला पत्रकार को किया ट्रोल-
मीरचंदानी ने अपने दूसरे वीडियो में पाकिस्तान की एक महिला पत्रकार को ट्रोल किया. इस महिला पत्रकार ने धारा 370 खत्म करने और जम्मू-कश्मीर के विभाजन के लिए मोदी सरकार की आलोचना करते हुए एक वीडियो जारी किया था. याना मीरचंदानी के ये वीडियो मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
बता दें कि मोदी सरकार ने सोमवार (5 अगस्त) को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का ऐलान किया. संसद ने मंगलवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को दिये गए विशेष दर्जे को वापस लेने के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसके अलावा एक विधेयक पारित कर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया.