Kargil Vijay Diwas: दुर्गम चोटियों पर भारतीय जवानों ने दिखाया था शौर्य... विजय दिवस पर PM मोदी ने जवानों के पराक्रम को किया नमन
कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) सभी भारतवासियों के लिए गौरव का दिन है. देश 24वां 'कारगिल विजय दिवस' मना रहा है.
नई दिल्ली: कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) सभी भारतवासियों के लिए गौरव का दिन है. देश 24वां 'कारगिल विजय दिवस' मना रहा है. यह गौरवशाली दिन देश के वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने तमाम मुश्किलों को पार करते हुए 26 जुलाई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों को कारगिल से खदेड़कर दुर्गम चोटियों पर भारत का तिरंगा फहराया था. भारतीय सेना की इसी पराक्रम और कारगिल युद्ध के वीरों की कहानी को हर भारतवासी तक पहुंचाने के लिए हर साल 26 जुलाई को यह दिन कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है. Kargil Vijay Diwas 2023: जब लाहौर-शांति उल्लंघन की भारी कीमत चुकानी पड़ी पाकिस्तान को! जानें कारगिल-कांड के 7 चौंकाने वाले.
इस ऐतिहासिक दिन पर जवानों की वीरता को याद करते हुए पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कारगिल विजय दिवस भारत के उन अद्भुत पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है, जो देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणाशक्ति बने रहेंगे. इस विशेष दिवस पर मैं उनका हृदय से नमन और वंदन करता हूं. जय हिंद!
पीएम मोदी का ट्वीट:
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कारगिल विजय दिवस करोड़ों देशवासियों के सम्मान के विजय का दिन है. यह सभी पराक्रमी योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है जिन्होंने आसमान से भी ऊँचे हौसले और पर्वत जैसे फौलादी दृढ़ निश्चय से अपनी मातृभूमि के कण-कण की रक्षा की. कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहरा कर देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के आपके समर्पण को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन करता हूं.'
गृह मंत्री अमित शाह का ट्वीट
पाकिस्तान को मिला था मुहं तोड़ जवाब
कारगिल का युद्ध 18 हजार फीट की ऊंचाई पर करीब 2 महीने तक लड़ा गया था. भारतीय सेना के जवानों ने अदम्य साहस और वीरता प्रदर्शित करते हुए भारतीय चोटियों पर से पाकिस्तानी सेना को खदेड़ दिया था.
1999 में पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठ कर कश्मीर में कई चोटियों कब्जा कर लिया था. 3 मई को चरवाहों के जरिये भारत को पाकिस्तानी घुसपैठ की जानकारी मिली थी. आखिरकार 10 मई को पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन विजय की शुरुआत हुई. इसके बाद से हर साल 26 जुलाई को कारगिल युद्ध में बलिदान देने वाले देश के वीरों की याद में 'कारगिल विजय दिवस' मनाया जाता है.