आतंक की राह पर जा रहे 4 युवाओं को सेना ने बचाया, परिजनों को सौंपने के बाद की ये बड़ी अपील
जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने के आरोप में पकड़े गए चार कश्मीरी युवकों को सेना ने उनके परिजनों को सौंप दिया है. सेना ने सभी युवको को शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले से एलओसी पार करने की कोशिश के दौरान पकड़ा था. इन्हें बाद में स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया था.
श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने के आरोप में पकड़े गए चार कश्मीरी युवकों को सेना ने उनके परिजनों को सौंप दिया है. सेना ने सभी युवको को शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला (Baramulla) जिले से एलओसी पार करने की कोशिश के दौरान पकड़ा था. इन्हें बाद में स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया था.
मिली जानकारी के मुताबिक चारों युवक उरी सेक्टर के बोनियार इलाके से गिरफ्तार किए गए थे. सूत्रों के अनुसार सभी पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में हथियार के प्रशिक्षण के लिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. इन युवकों की पहचान कुलगाम के आडिल डार, शोपियां के ताहिर लोन, सोपोर के समीर भट व बारामूला जिले के पट्टन के नवीद पारा के रूप में हुई है.
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आज दोपहर को चार युवकों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. 79 माउंट ब्रिगेड के कमांडर गिरीश कालिया (Girish Kalia) ने घाटी के युवाओं से अपील की है कि वे आतंकवादियों के प्रोपगंडा (Propaganda) से गुमराह न हो. दरअसल आतंकी संगठन घाटी में रहने वाले युवाओं को भारत और सुरक्षाबलों के खिलाफ भड़का कर आतंकी बनाते है. कई बार युवाओं को बहलाने-फुसलाने के अलावा पैसों का भी लालच दिया जाता है.