Jammu and Kashmir: भारतीय सेना ने इस साल घाटी में रियाज नायकू और सैफुल्ला समेत 200 आतंकियों को किया ढेर
शोपियां और पुलवामा जैसे क्षेत्रों में जहां आतंकवादी समूहों के लिए स्थानीय युवाओं की भर्ती सबसे ज्यादा हुई वहां 98 एनकाउंटर हुए. दोनों जिलों में 49 मुठभेड़ दर्ज की गई. भारतीय सुरक्षाबलों ने इस दौरान पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन 72 आतंकवादियों को मार गिराया.
श्रीनगर: इस साल जनवरी से अक्टूबर अंत तक केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भारतीय सुरक्षाबालों (Indian Security Forces) ने विभिन्न संगठनों से जुड़े 200 आतंकवादियों को मार गिराया. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), भारतीय सेना और जम्मू- कश्मीर पुलिस ने जून में 49 आतंकवादियों को मार गिराया, जो एक महीने में सबसे अधिक है. इस बीच, अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के 28 आतंकवादियों का खात्मा हुआ. जुलाई और अक्टूबर में 21 आतंकवादी मारे गए. आंकड़ों के मुताबिक, दक्षिण कश्मीर में सबसे ज्यादा मुठभेड़ हुई हैं, जहां अक्टूबर तक कुल 138 आतंकवादी खत्म किए गए.
शोपियां और पुलवामा जैसे क्षेत्रों में जहां आतंकवादी समूहों के लिए स्थानीय युवाओं की भर्ती सबसे ज्यादा हुई वहां 98 एनकाउंटर हुए. दोनों जिलों में 49 मुठभेड़ दर्ज की गई. भारतीय सुरक्षाबलों ने इस दौरान पाकिस्तान द्वारा समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन 72 आतंकवादियों को मार गिराया. Hizbul Mujahideen Chief Saifullah Killed: सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर सैफुल्लाह श्रीनगर एनकाउंटर में ढेर.
एक खुफिया इनपुट के अनुसार, पाकिस्तान आईएसआई और सेना के शीर्ष नेतृत्व के साथ पाकिस्तान में हुई बैठक के बाद हिजबुल को जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने और स्थानीय लोगों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था.
इसी तरह, जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े 59 आतंकवादी मारे गए हैं. इनपुट के अनुसार, लश्कर को आंतरिक सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमले को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि हिजबुल को शटडाउन और पुलिस / राजनीतिक हत्याओं को सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया था. डेटा ने उल्लेख किया कि सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के 37 आतंकवादियों का खात्मा किया. अन्य 32 आतंकवादी इस्लामिक स्टेट (आईएस) सहित विभिन्न आतंकवादी संगठनों से थे.