ISKCON Digital Rath Yatra: कोरोना संकट के चलते इस्कॉन मंदिर करेगा डिजिटल रथ यात्रा का आयोजन, वर्चुअल पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए ऐसे करें अपना रजिस्ट्रेशन
कोरोना संकट के बीच इस्कॉन मंदिर द्वारा आजोजित की जाने वाली यह दुनिया की पहली वर्चुअल या डिजिटल जगन्नाथ रथ यात्रा होगी. डिजिटल रथ यात्रा के दौरान भक्त घर बैठे ही भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के न सिर्फ दर्शन पा सकेंगे, बल्कि उनकी पूजा-अर्चना भी कर सकेंगे. इसके लिए भक्तों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जो बिल्कुल निशुल्क है.
ISKCON Digital Rath Yatra: हर साल भक्तों को भगवान जगन्नाथ (Lord Jagannath) की रथ यात्रा (Rath Yatra) का बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण पुरी में रथ यात्रा पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने रोक लगा दी है, जिसके बाद इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple) द्वारा डिजिटल जगन्नाथ रथ यात्रा (Digital Jagannath Rath Yatra) की व्यवस्था की जा रही है. कोरोना संकट के बीच इस्कॉन मंदिर द्वारा आजोजित की जाने वाली यह दुनिया की पहली वर्चुअल या डिजिटल जगन्नाथ रथ यात्रा (Digital Rath Yatra) होगी. डिजिटल रथ यात्रा के दौरान भक्त घर बैठे ही भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के न सिर्फ दर्शन पा सकेंगे, बल्कि उनकी पूजा-अर्चना भी कर सकेंगे. बता दें कि पश्चिम बंगाल के मायापुर के इस्कॉन मंदिर में इस डिजिटल रथ के आयोजन की तैयारी की जा रही है, जिसमें 108 रथ शामिल होंगे और भारत समेत दुनिया के 6 देशों के भक्त घर बैठे इस रथ यात्रा का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे.
ऐसे कराएं निशुल्क रजिस्ट्रेशन
कोरोना संकट के बीच अगर आप जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल नहीं हो पा रहे हैं तो चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि आप निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवा कर इस डिजिटल रथ यात्रा में भाग ले सकते हैं. इस्कॉन मंदिर के मीडिया प्रभारी सुब्रत दास के अनुसार, डिजिटल यात्रा में दर्शन और पुजा-अर्चना के लिए भक्तों को www.mercyonwheel वेबसाइट पर विजिट करके अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. यह भी पढ़ें: जगन्नाथ रथ यात्रा जारी रखने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 4 याचिकाओं पर सुनवाई, कोविड-19 महामारी के कारण SC ने लगाई रोक थी रोक
आपको बता दें कि रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 22 जून है, इसलिए अगर अब तक आपने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो फौरन करा लीजिए. वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने के दौरान श्रद्धालुओं को एक यजमान कोड मिलेगा, जिसके जरिए उन्हें घर बैठे भगवान के दर्शन, पूजन व आरती के लिए एक निश्चित समय दिया जाएगा. अगर आप किसी कारण वश अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते हैं तब भी आपको निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे भक्तों के लिए मंदिर प्रबंधन द्वारा यूट्यूब के जरिए वर्चुअल रथ यात्रा देखने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. यह भी पढ़ें: Jagannath Puri Rath Yatra 2020: कोरोना संकट के बीच रथयात्रा की खास तैयारी, तीनों रथों के रंग वाले मास्क पहनेंगे श्रीमंदिर के सेवक
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भगवान जगन्नाथ पुरी की रथ यात्रा का आयोजन आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को किया जाता है. जगन्नाथ रथ यात्रा को सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में एक प्रसिद्ध पर्व के रूप में जाना जाता है और लाखों लोग इस रथ यात्रा के साक्षी बनते हैं. उड़ीसा के पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित भारत के चार धामों में से एक है. प्रचलित मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक बार जगन्नाथ मंदिर के दर्शन जरूर करने चाहिए.