उत्तराखंड में बादल फटा, मां-बेटे की मौत, कई मवेशी भी बहे
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में बृहस्पतिवार रात से कई स्थानों भारी बारिश होने तथा बादल फटने की अलग-अलग घटनाओं में मां और बेटे की मौत हो गयी और दो अन्य लापता हो गये, जबकि बड़ी संख्या में मवेशी भी बह गये. प्राप्त सूचना के अनुसार बारिश जनित घटनाओं में कई मकान, दुकान, मार्ग और खेत क्षतिग्रस्त हुए हैं.
देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) के गढ़वाल क्षेत्र में गुरुवार रात से कई स्थानों भारी बारिश होने तथा बादल फटने (Cloud Burst) की अलग-अलग घटनाओं में मां और बेटे की मौत हो गयी और दो अन्य लापता हो गये, जबकि बड़ी संख्या में मवेशी भी बह गये. प्राप्त सूचना के अनुसार बारिश जनित घटनाओं में कई मकान, दुकान, मार्ग और खेत क्षतिग्रस्त हुए हैं.
टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में बादल फटने से ठेला और थारती गांवों में भारी क्षति पहुंची. क्षेत्र के उपजिलाधिकारी शिव चरण द्विवेदी ने बताया, ‘‘थारती में बृहस्पतिवार देर रात तीन बजे बादल फटने से एक मकान जमींदोज हो गया, जिसमें 30 वर्षीय महिला और उसके छह वर्षीय बेटे की मौत हो गयी.’’
उन्होंने बताया, ‘‘हांलांकि, घटना के बाद वहां मलबे से महिला की 12 वर्षीय बेटी को जीवित बाहर निकाल लिया गया, जिसे उपचार के लिये निकटवर्ती पिलखी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला और उसके बेटे के शव भी बरामद कर लिये गये हैं.’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘बादल फटने से मूलगढ़-थारती मोटर मार्ग का 20 मीटर हिस्सा बह गया. बादल फटने से थारती-डारगर गांव में एक गौशाला भी क्षतिग्रस्त हो गयी तथा तीन पुल भी बह गये. इसके अलावा, वहां दो खच्चरों के बहने की भी सूचना मिली है.’’
उन्होंने बताया, ‘‘राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के कर्मी अब भी क्षेत्र में बचाव एवं राहत कार्य चला रहे हैं.’’ एक अन्य घटना में टिहरी जिले के कीर्तिनगर क्षेत्र में बादल फटने से एक गदेरे (बरसाती नाले) में बाढ़ आ गयी, जिससे खेत और कुछ मकान क्षतिग्रस्त हो गये। कुछ मवेशियों के भी इस दौरान बहने की खबर है.
चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बृहस्पतिवार देर रात को भारी बारिश से गदेरे (बरसाती नाले) में बाढ़ आ गयी, जिसमें तलोर और और फल्दिया सहित छह गांवों के कई मकानों में पानी और मलबा भर गया.
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया, ‘‘इस घटना में फल्दिया गांव की पुष्पा देवी (29) और उसकी पांच वर्षीया बेटी ज्योति बह गये, जिनका अब तक कुछ पता नहीं चला है. इन गांवों में कई मवेशियों के बहने की सूचना है. यहां कई सड़क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा खेतों को भी भारी नुकसान पहुंचा.’’
जिले के राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), पुलिस और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी स्थिति का जायजा लेने के लिये मौके पर पहुंचे. क्षेत्र के 10-12 प्रभावित परिवारों को पास के स्कूलों में रखा गया है. रूद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में भारी बारिश के दौरान पानी के साथ मलबा आने से कुछ दुकानों तथा मकानों को नुकसान पहुंचा. पुलिस ने बताया कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेज दी गयी हैं और वहां राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है.