India-China Standoff: पूर्वी लद्दाख में चीन ने दुस्साहस से किया इनकार, भारतीय जवानों पर मढ़ा आरोप- NSA अजीत डोभाल ने की हालात की समीक्षा
भारतीय सेना (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में चीन (China) की सेना ने एक बार फिर दुस्साहस करते हुए एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की. हालांकि भारतीय सैनिकों ने चीन के इस प्रयास को विफल कर दिया. एलएसी के हालात पर केंद्र सरकार पैनी नजर बनाए हुए है. भारत-चीन सीमा स्थिति की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) ने मंगलवार (1 सितंबर) को शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की. जबकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी आज एक उच्च-स्तरीय बैठक बुला सकते हैं.

भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में कहा “पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच 29/30 अगस्त 2020 की मध्‍यरात्रि में पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) सैनिकों ने सैन्य एवं राजनयिक वार्ताओं के दौरान बनी पिछली आम सहमति का उल्लंघन किया और उकसाऊ सैन्‍य कदम उठाते हुए सीमा पर यथास्थिति बदलने की कोशिश की. हालांकि, सतर्क भारतीय सैनिकों ने पैंगोंग त्सो ( Pangong Tso) लेक के दक्षिणी छोर पर पीएलए सैनिकों की इस उकसाऊ कोशिश को पूरी तरह से नाकाम कर दिया.” भारत, चीन के रिश्ते महत्वपूर्ण, दोनों के लिए आपसी समझ बनाना जरूरी: जयशंकर

बयान में आगे कहा गया “हमारी सैन्‍य स्थिति को सुदृढ़ करने एवं सरहद पर यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने के चीनी मंसूबों को विफल करने के लिए ठोस कदम उठाए. भारतीय सेना संवाद के जरिए शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके साथ ही अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भी समान रूप से दृढ़प्रतिज्ञ है. इस मुद्दों को सुलझाने के लिए चुशुल में ब्रिगेड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग प्रगति पर है.”

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जबकि चीन ने आरोपों को खारिज कर दिया है. चीन ने कहा कि पीएलए के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार नहीं किया है. भारत में चीनी दूतावास ने भारत-चीन सीमा स्थिति पर एक बयान जारी कर उल्टा भारतीय सैनिकों पर ही सीमा का उल्लंघन करने का आरोप मढ़ दिया.