Indian Railways: क्या अपने देखी रेलवे की विस्टाडोम कोच, पारदर्शी छत के साथ इन खूबियों से होती है लैस

अगर आप प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति को नजदीक से महसूस करना चाहते है तो भारतीय रेल (Indian Railways) की विस्टाडोम ट्रेन (Vistadome Train) से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है.

विस्टाडोम कोच (Photo Credits: Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: अगर आप प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक शांति को नजदीक से महसूस करना चाहते है तो भारतीय रेल (Indian Railways) की विस्टाडोम ट्रेन (Vistadome Train) से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है. भारतीय रेल के कई मार्ग सुन्‍दर प्राकृतिक दृश्‍यों से भरे हुए है. विस्‍टाडोम कोचों का निर्माण इसी को ध्यान में रखते हुए किया गया है. इसके जरिए यात्री प्राकृतिक दृश्‍यों का आनंद प्राप्‍त कर सकते है. इन कोचों में शीशे से बनी बड़ी-बड़ी खिड़किेयां हैं तथा इसकी छत पारदर्शी है.

इस खास पर्यटक ट्रेन का परिचालन अभी दादर-मडगांव, अराकू घाटी, कालका-शिमला और कश्‍मीर घाटी में हो रहा है. जबकि देश के चार हिल रेलवे को भी विस्‍टाडोम कोच उपलब्‍ध कराये गये है. इसमें दार्जिलिंग रेलवे, कालका शिमला रेलवे, कांगड़ा वैली रेलवे और मथेरन हिल रेलवे शामिल है. इंडियन रेलवे की बड़ी तैयारी, प्लेन के बाद ट्रेनों में अभद्र व्‍यवहार करने वाले यात्रियों पर लगेगा बैन!

विस्टाडोम ट्रेन-

रेलवे ने इसके लिए विशेष परियोजना शुरू की है. इन परियोजनाओं से यात्रियों को बेहतर अनुभव प्राप्‍त होगा, डिजिटल कनेक्टिविटी बेहतर होगी और भारतीय रेल को न्‍यू इंडिया के विकास इंजन बनाने में मदद मिलेगी.

पिछले साल दिसंबर महीने में पारदर्शी छत और बड़ी खिड़कियों वाली हिम दर्शन एक्सप्रेस को शुरू किया गया था. हिम दर्शन एक्सप्रेस विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला मार्ग (Kalka-Shimla Route) पर चलाई जा रही है. शीशे की छत वाली सात बोगियों के हर कोच में 15 सीटें हैं.

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