Indian Economy: भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार होगी सबसे तेज, चीन भी होगा पीछे

भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. भारत अब इस रेस में चीन को भी पीछे छोड़ देगा. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने कहा है कि भारत एशिया प्रशांत देशों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा.

Indian Economy | Photo: PTI

नई दिल्ली: भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. भारत अब इस रेस में चीन को भी पीछे छोड़ देगा. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने कहा है कि भारत एशिया प्रशांत देशों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा. इससे पहले मार्च में इसने 6 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था और इसे बरकरार रखा है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने सोमवार को अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा कि भारत अगले तीन वर्षों में 6.7 प्रतिशत की दर से विकास कर सकता है और सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में अपना टैग बरकरार रख सकता है. India Economic Boom: इस दशक में भारत में होगा ताबड़तोड़ निवेश, 7 लाख करोड़ डॉलर पहुंच जाएगी अर्थव्यवस्था.

भारत इस रेस में चीन को भी पीछे छोड़ देगा. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की दिग्गज अर्थव्यवस्था वाला चीन भी भारत से पीछे होगा. एसएंडपी ने 2023 के लिए चीन की वृद्धि दर का अनुमान 5.5 फीसदी से घटाकर 5.2 फीसदी कर दिया है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने एशिया-प्रशांत के लिए अपनी तिमाही आर्थिक समीक्षा में कहा, "हमारा अनुमान है कि भारत, वियतनाम और फिलीपींस की वृद्धि दर लगभग छह प्रतिशत रहेगी.”

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाएं सबसे तेजी से बढ़ती रहेंगी और भारत, वियतनाम और फिलीपींस के साथ 2026 तक विकास के दृष्टिकोण में अग्रणी रहेगा. 2023-2026 में भारत, वियतनाम और फिलीपींस क्रमशः 6.7 फीसदी, 6.6 फीसदी और 6.1 फीसदी की औसत वृद्धि के साथ आगे रहेंगे.

एसएंडपी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत से घटकर पांच प्रतिशत रहने का अनुमान है. आरबीआई अगले साल की शुरुआत में ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. एजेंसी ने कहा कि सामान्य मानसून और कच्चे तेल की कीमतों में कमी के चलते मुद्रास्फीति नरम पड़ेगी.

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