कोलकाता में 5 नवंबर से शुरू होगा 'इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव', 4 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने की कोशिश

इस सप्ताह मंगलवार को कोलकाता में शुरू होने जा रहे पांचवें इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने की कोशिश होगी. चार दिवसीय इस महोत्सव का थीम इस बार 'रिसर्च इनोवेशन एंड साइंस एम्पावरिंग द नेशन है और इसमें देश-विदेश के करीब 12,000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और महोत्सव के दौरान 28 से अधिक कार्यक्रम होंगे.

इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव (Photo Credits: Twitter)

इस सप्ताह मंगलवार को कोलकाता में शुरू होने जा रहे पांचवें इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव (India International Science Festival) में चार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाने की कोशिश होगी. चार दिवसीय इस महोत्सव का थीम इस बार 'रिसर्च इनोवेशन एंड साइंस एम्पावरिंग द नेशन (राइजन इंडिया)' है और इसमें देश-विदेश के करीब 12,000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और महोत्सव के दौरान 28 से अधिक कार्यक्रम होंगे.

यह जानकारी आयोजकों ने दी. केद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय व अन्य संबंधित मंत्रालयों और विज्ञान भारती द्वारा संयुक्त रूप से आईआईएसएफ का आयोजन 2015 से हर साल किया जाता है. पहला इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव 2015 में दिल्ली में हुआ था, दूसरे साल भी इस महोत्सव का भी आयोजन दिल्ली में ही हुआ.

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इसके बाद तीसरे साल चेन्नई और चौथे साल लखनऊ में आईआईएसएफ का आयोजन किया गया. कोलकाता में होने जा रहा यह आईआईएसएफ का पांचवां संस्करण है, जो पांच नवंबर से लेकर आठ नवंबर तक चलेगा. यह भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति का उत्सव है जिसमें देश-विदेश के छात्र नवोन्मेषक, शिल्पकार, किसान, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ हिस्सा लेते हैं.

आयोजकों ने एक बयान में कहा कि आईआईएसएफ-2019 में चार गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की जाएगी. चार दिवसीय इस महोत्सव के पहले दिन खगोल भौतिकी विषय सबसे बड़ा शिक्षण कार्यक्रम होगा जिसमें 1,750 से ज्यादा विद्यार्थी हिस्सा लेंगे. अगले दिन इलेक्ट्रॉनिक्स का सबसे बड़ा शिक्षण कार्यक्रम होगा और इसमें 950 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे.

सात नवंबर को एक साथ सबसे अधिक लोगों द्वारा रेडियो किट असेंबलिंग का रिकॉड बनाने का प्रयास किया जाएगा, जिसमें 400 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे. आखिरी दिन मानव गुणसूत्र का सबसे बड़ा मानवीय चित्र बनाने का प्रयास किया जाएगा. इस कार्यक्रम में भी 400 विद्यार्थी हिस्सा लेंगे.

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