नई दिल्ली: लद्दाख (Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीनी सैनिकों के साथ हुए हिंसक झड़प में सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. वहीं चीनी सेना की तरफ से भी करीब 43 लोग हताहत के साथ ही मारे जाने की खबर थी. घटना के दो दिन बाद न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से के रिपोर्ट प्रकाशित की गई कि दोनों देशों के सेना के बीच झड़प में भारतीय सेना की तरफ से कुछ जवान लापता हुए हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स (New York Times) की इस रिपोर्ट के बाद भारतीय सेना ने स्पष्ट करने हुए कहा है कहा गया है कि उसके सेना के जवान लापता नहीं है. न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से यह खबर 17 जून को प्रकाशित की गई थी.
वहीं पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 सेना के जवानों के शहीद होने साथ ही करीब 18 सेना के जवान घायल हुए थे. जिनका सेना के एक अस्पताल में उपचार चल रहा है. मामले से वाकिफ लोगों ने इस बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि कुल 18 सैन्यकर्मियों में चार गंभीर रूप से घायल हुए हैं लेकिन अब इलाज का उनपर असर हो रहा है और उनकी हालत स्थिर है. यह भी पढ़े: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लद्दाख में सैनिकों की शहादत को लेकर ने सरकार पर फिर साधा निशाना, कहा- हमारे निहत्थे सैनिकों को क्यों भेजा गया
This is with reference to the article 'In China-India Clash, Two Nationalist Leaders with Little Room to Give' by New York Times dated 17 June 2020. It is clarified that there are no Indian troops Missing In Action: Indian Army pic.twitter.com/6lNdz9HFrn
— ANI (@ANI) June 18, 2020
वहीं चीन ने भारतीय सेना और के साथ हुए झड़प के बाद आरोप लगाया कि भारतीय सैनिकों ने 15 जून को दो बार ‘‘अवैध गतिविधियों के लिए सीमा रेखा लांघी और चीन के कर्मियों को उकसाया तथा उन पर हमले किए’’ जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच गंभीर मारपीट हुई. इससे कुछ घंटे पहले भारतीय सेना ने कहा कि गलवान घाटी में ‘‘तनाव कम करने की प्रक्रिया’’ के दौरान सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. भारतीय सेना के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के दौरान एक अधिकारी और दो सैनिक शहीद हो गए. पिछले 45 वर्षों में भारत-चीन सीमा पर इस तरह की पहली घटना है जो व्यापक तनाव को दर्शाता है. (इनपुट भाषा)