रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को में नहीं करेंगे चीनी समकक्ष वेई फेंगे के साथ बैठक, गलवान घाटी संघर्ष पर नहीं होगी कोई बातचीत
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credits : Facebook)

नई दिल्ली: रूस दौरे पर गए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और चीन के रक्षामंत्री वेई फेंगे (Wei Fenghe) के बीच कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी. भारत ने मंगलवार को चीन के सरकारी न्यूज़पेपर ग्लोबल टाइम्स (Global Times) की रिपोर्टों का खंडन किया है. चीन के साथ जारी तनाव के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय रूस यात्रा पर गए हुए है.

ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव को लेकर भारतीय रक्षामंत्री अपने चीनी समकक्ष के साथ बुधवार (24 जून) को मुलाकात कर सकते है. दोनों नेता मॉस्को (Moscow) में विजय दिवस परेड 2020 (Victory Day Parade 2020) में भाग ले रहे हैं. चीन ने माना, लद्दाख में भारतीय जवानों से झड़प में गई PLA जवानों की जान

एक भारतीय वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को चीनी मीडिया की खबर को गलत बताया. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता भारत भूषण बाबू ने कहा कि भारतीत रक्षामंत्री चीनी रक्षामंत्री के साथ बैठक नहीं करेंगे. चीन के साथ सीमा पर गतिरोध चल रहा है लेकिन सिंह रूस के साथ भारत के दशकों पुराने सैन्य संबंधों के कारण दौरे पर गए हैं.

उल्लेखनीय है कि द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत जीत की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर बुधवार को आयोजित होने वाली सैन्य परेड में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह शिरकत करेंगे. इस परेड में 75 सदस्यीय भारतीय सैन्य टुकड़ी भी शामिल होगी. भारतीय जवान चीन सहित कम से कम 11 देशों के सशस्त्र बल के जवानों के साथ परेड में शामिल होंगे.

गलवान घाटी में 15 जून की रात भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. यह झड़प तब हुई जब एक भारतीय गश्ती दल ने चीनी सैनिकों को उस क्षेत्र में पाया, जहां से चीनी सैनिकों को छह जून के समझौते के अनुसार पीछे हट जाना था. लेकिन चीनी सैनिकों ने वापस जाने की बजाय भारतीय जवानों पर हमला बोल दिया. जिसमें अधिकारी सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए. इस हिसंक झड़प में चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान भी हताहत हुए है. हालांकि चीन अब तक आंकड़ों को छिपा रहा है.