नई दिल्ली: पीएम मोदी (PM Modi) ने शनिवार को राजघाट स्थित राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र (Rashtriya Swachhata Kendra )का उद्घाटन किया. उनके साथ जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पेयजल एवं स्वच्छता सचिव परमेश्वर अय्यर मौजूद रहे. पीएम मोदी ने भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर 'गंदगी भारत छोड़ो' का आह्वान करते हुए देश के अलग-अलग हिस्सों से आए बच्चों को संबोधित भी किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिवस हिंदुस्तान के इतिहास में अंग्रेजों भारत छोड़ो, इसका है. हम लोग आंदोलन चला रहे हैं गंदगी भारत छोड़ो.
वहीं अपने संबोधन में पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में स्वच्छ भारत अभियान के तहत देशभर में निर्मित शौचालयों का जिक्र करते हुए कहा कि 'कल्पना कीजिये अगर कोरोना जैसी महामारी 2014 से पहले आती तो क्या स्थिति होती, जब भारत की 60 प्रतिशत आबादी खुले में शौच के लिए मजबूर थी? क्या तब लॉकडाउन जैसी व्यवस्थाएं संभव हो पातीं? स्वच्छता को लेकर जागरूकता ने हमें कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ा सहारा दिया है.उन्होंने जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता का अभियान एक सफर है, जो निरंतर चलता रहेगा. यह भी पढ़े: Rashtriya Swachhata Kendra: पीएम नरेंद्र मोदी ने राजघाट पर राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का किया उद्घाटन
Imagine what would have happened had pandemic like Coronavirus broken out before 2014. Could we have imposed lockdown when over 60% population was forced to open defecation? 'Swachhagrah' has empowered us in the fight against COVID-19: PM Narendra Modi pic.twitter.com/qJckzcCyJR
— ANI (@ANI) August 8, 2020
वहीं प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी को लेकर कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने का यही हथियार है.हमें बाहर भी निकलना है और गतिविधि भी करनी है.कोरोना से बचना भी है. इसके लिए मास्क पहनना, दो गज की दूरी बनाए रखना और कहीं पर भी, जहां मर्जी पड़े, वहां थूकने से बचना है. (इनपुट आईएएनएस)