गुजरात: सूरत ग्रामीण पुलिस ने जानवरों के साथ चलाया जागरूकता अभियान, बताया- घर में रहकर हम COVID-19 से रह सकते हैं सुरक्षित
कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच मंगवार को गुजरात के सूरत ग्रामीण पुलिस ने आदिवासी इलाके में जानवरों के साथ एक जागरूकता अभियान चलाया. सूरत ग्रामीण के डिप्टी एसपी का कहना है कि जब जानवर बीमार पड़ जाते हैं तो हम उन्हें मार डालते हैं. इन जानवरों की मदद से हम लोगों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि हम घर में रहकर कोविड-19 संक्रमण से बच सकते हैं.
कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ देश में लॉकडाउन (Lockdown) का आज दूसरा चरण शुरू हो गया है, जो 3 मई तक चलेगा. हालांकि देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार कोविड-19 (COVID 19) संक्रमण के कई नए मामले सामने आ रहे हैं. इसके साथ ही मरने वालों की तादात में भी बढ़ोत्तरी हो रही है. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन के दिशानिर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करना जरूरी है, इसलिए लोगों को जागरूक करने के कई तरीके अपनाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में गुजरात के सूरत में जानवरों की मदद से ग्रामीण पुलिस (Surat Rural Police) ने एक जागरूकता अभियान चलाया.
कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच मंगवार को गुजरात के सूरत ग्रामीण पुलिस (Surat Rural Police) ने मांडवी नामक आदिवासी इलाके में जानवरों के साथ एक जागरूकता अभियान (Awareness Drive With Animals) चलाया. सूरत ग्रामीण के डिप्टी एसपी का कहना है कि जब जानवर बीमार पड़ जाते हैं तो हम उन्हें मार डालते हैं. इन जानवरों की मदद से हम लोगों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि हम घर में रहकर कोविड-19 संक्रमण से बच सकते हैं.
जानवरों के साथ जागरूकता अभियान
बता दें कि मंगलवार को कोराना संक्रमण के 78 नए मामले सामने आने के बाद गुजरात में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 650 हो गई है, जबकि इस संक्रमण से मरने वालों की तादात बढ़कर 28 हो गई है. यह भी पढ़ें: COVID-19: गुजरात में 45 नए मामलों की पुष्टि, मरीजों की संख्या 617 हुई- अब तक 26 की मौत
गौरतलब है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 1076 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 38 लोगों की मौत हुई है. भारत में कोविड-19 संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 11,439 हो गया है. जिसमें 9756 एक्टिव केस हैं, जबकि 1306 ठीक/ डिस्चाज हो चुके हैं और अब तक 377 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.