मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोई भी बड़ा बदलाव लाने के लिए सभी नागरिकों की भागीदारी जरूरी है. हमने आज इसी उद्देश्य से ‘ग्रीन दिल्ली’ एप लांच किया है, ताकि दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ अभियान में दिल्ली का हर एक नागरिक अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके. सीएम ने कहा कि अभी यह एप एंड्राॅयड पर उलब्ध है और दूसरे प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास जारी है. अब दिल्ली में कोई भी व्यक्ति प्ले स्टोर से एप अपने मोबाइल में डाउनलोड कर प्रदूषण पैदा करने वालों की शिकायत कर सकता है. एप पर फोटो, वीडियो और ऑडियो अपलोड करने के तुरंत बाद शिकायत संबंधित विभाग के पास चली जाएगी और विभाग लोकेशन के आधार पर कार्रवाई शुरू कर देगा.
संबंधित विभाग को एप पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा के अंदर करनी होगी. एप पर प्राप्त शिकायतों और उसके निस्तारण समेत सभी गतिविधियों की निगरानी ग्रीन वाॅर रूम से की जाएगी. इन शिकायतों को निस्तारित करने में विभागों की मदद के लिए 70 ग्रीन माॅर्शल भी नियुक्त किए गए हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पूरे देश के लिए एक उदाहरण पेश करते हुए बाॅयो डीकंपोजर घोल का छिड़काव करके पराली को खाद में बदलने का काम किया है और इसके अभी तक के नतीजे अच्छे आए हैं. यह भी पढ़े: दिल्ली: सीएम अरविंद केजरीवाल 29 अक्टूबर को ग्रीन दिल्ली एप का करेंगे शुभारंभ, प्रदूषण पर लगाम लगाना है मकसद
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ग्रीन दिल्ली एप लांच करते हुए कहा कि इस समय दिल्ली में प्रदूषण काफी ज्यादा हो गया है, पूरी दिल्ली के लोग प्रदूषण की वजह से काफी तकलीफ में हैं. दिल्ली सरकार और दिल्ली के लोग अपनी तरफ से प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. पिछले 5 सालों में भी हम सब लोगों ने मिलकर कई कदम उठाए, जिसकी वजह से दिल्ली में 25 प्रतिशत प्रदूषण कम भी हुआ. इस साल भी दिल्ली सरकार ने कई सारे कदम उठाए हैं. जैसे- दिल्ली में जितने थर्मल पावर प्लांट थे उन्हें बंद कर दिया गया, उनकी वजह से प्रदूषण होता था. दिल्ली में 95 फीसदी उद्योग हैं, जो प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन का इस्तेमाल करते थे, उनमें ईंधन बदल दिया गया है और अब वो नॉन-पोल्यूटिंग ईंधन का इस्तेमाल करते हैं. इस साल दिल्ली ने पराली को लेकर पूरे देश के लिए एक उदाहरण पेश किया है. बायो डिकंपोजर केमिकल का छिड़काव करके पराली को खाद बना दिया है. उसके अभी तक के नतीजे बहुत अच्छे आए हैं, लेकिन अभी थोड़े दिन और इंतजार करके सारे नतीजों को आपके सामने रखूंगा. अगर यह सफल होता है, तो शायद पराली से जो धुआं उठता है, उसका अगले साल तक समाधान निकल आएगा. मैं उम्मीद करता हूं कि बाकी सरकारें भी इसका अनुसरण करेंगी. इस बार पूरे दिल्ली के सभी खेतों में इस घोल का छिड़काव करवाया है, उसके अभी तक के नतीजे अच्छे आए हैं. हमने इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी लॉन्च की है, जो पूरी दुनिया की सबसे प्रोग्रेसिव पॉलिसी है और हमने ट्री-ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी भी लॉन्च की है. यह भी पढ़े: दिल्ली: CM अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर तीनों निगमों के महापौरों का धरना, स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन ने की मुलाकात
विभागों को एप पर आई शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा के अंदर करनी होगी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम ‘ग्रीन दिल्ली’ एप लांच कर रहे हैं. हमारा मकसद है कि दिल्ली के एक-एक नागरिक को प्रदूषण के खिलाफ अभियान ‘युद्ध, प्रदूषण के विरुद्ध’ में शामिल किया जाए. सरकार जितनी मर्जी कोशिश कर लें, लेकिन कोई भी बड़ा बदलाव तब तक नहीं आ सकता, जब तक कि उसके साथ जनता न जुड़ें. इसलिए प्रदूषण के खिलाफ अभियान में दिल्ली के एक-एक नागरिक को जोड़ने के उद्देश्य से आज हम ग्रीन दिल्ली ऐप लांच कर रहे हैं. इस ऐप को आप अपने प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. अभी यह केवल एंड्राइड पर उपलब्ध है. हम कोशिश कर रहे हैं कि यह बाकी प्लेटफार्म पर भी अगले कुछ दिनों में आ जाए. यह भी पढ़े: दिल्ली: एमसीडी डॉक्टरों को वेतन नहीं मिलने को सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया शर्मनाक, कहा- अपनी जान को जोखिम में डालकर इलाज करने वाले आज हड़ताल पर हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें आप किसी भी तरह के प्रदूषण की शिकायत कर सकते हैं. कहीं आप जा रहे हैं और आपने कूड़ा जलते हुए देखा. वहीं पर आप उसकी फोटो खींचकर और वीडियो बनाकर एप पर अपलोड कर शिकायत कर दीजिए. कहीं पर यदि औद्योगिक प्रदूषण, वाहन प्रदूषण, निर्माण कार्य से धूल प्रदूषण हो रहा है या कहीं पर भी किसी भी तरह का प्रदूषण आप देख रहे हैं, तो आप इस एप के जरिए शिकायत कर सकते हैं. एप में आप वीडियो, ऑडियो और फोटो अपलोड कर सकते हैं. जब आप जहां से आप अपलोड करेंगे, तो आपकी स्वतः लोकेशन आ जाएगी और हमें पता चल सकेगा कि वह स्थान कहां स्थिति है, जहां धुंआ फैल रहा है. आपकी शिकायत स्वत‘ ही उस विभाग के पास पहुंच जाएगी, जिस विभाग को उस पर कार्यवाही करनी है. उस विभाग को उस शिकायत के ऊपर तय समय सीमा के अंदर कार्रवाई करनी होगी. हमने हर तरह की शिकायत को निस्तारित करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित की गई है कि कौन शिकायत कितने घंटे या दिन में दूर होनी चाहिए और विभाग को उस शिकायत को निर्धारित समय के अंदर निस्तारित करनी होगी. यह भी पढ़े: दिल्ली: CM अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर तीनों निगमों के महापौरों का धरना, स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन ने की मुलाकात
अगर कोई व्यक्ति शिकायत पर की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है, तो वह दोबारा शिकायत कर सकता है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विभाग जब शिकायत को दूर कर देगा, तो उसकी फोटो खींचकर डालेगा, यह दिखाने के लिए कि हमने शिकायत दूर कर दी है. लेकिन फिर भी कोई व्यक्ति कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है, तो वह उस शिकायत को दोबारा कर सकता है और कह सकता है कि मैं इस शिकायत पर की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हूं. कौन सी शिकायत आई और कितनी शिकायत दूर हुईं, इसकी पूरी निगरानी सचिवालय में बनाए गए ग्रीन वार रूम से प्रतिदिन 24 घंटे की जाएगी. वहां से एक-एक शिकायत पर नजर रखी जाएगी कि शिकायतें दूर हो रही हैं या नहीं हो रही हैं. इसके अलावा, 70 ग्रीन मार्शल नियुक्त किए गए हैं, वे भी ग्रीन दिल्ली एप से आने वाली सभी शिकायतों को दूर करने में मदद करेंगे. सीएम ने कहा कि शुरूआत में एप में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं, इसमें जो भी दिक्कतें आएं, आप हमें जरूर बताइएगा, हम उनको ठीक करने की कोशिश करेंगे. इस एप के जरिए हमारी कोशिश है कि एमसीडी, डीडीए, दिल्ली सरकार समेत सभी विभागों और दिल्ली के निवासियों को एक साथ लाया जाए और प्रदूषण के विरुद्ध युद्ध छेड़ा जाए.
ग्रीन दिल्ली एप का इस तरह कर सकते हैं इस्तेमाल-
-सबसे पहले आप ग्रीन दिल्ली एप को गूगल प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में डाउनलोड करें.
- एप खोल कर सबसे पहले उसमें अपना मोबाइल नंबर डालें.
- आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा, ओटीपी को डालने के बाद आप अपना नाम और ई-मेल एड्रेस डाल कर खुद को रजिस्टर करें.
- रजिस्ट्रेशन के बाद पेज पर दाहिनी तरफ हिन्दी और अंग्रेजी भाषा का चयन करने का विकल्प दिया गया है, आप इनमें से कोई एक भाषा चुन सकते हैं.
- इसके बाद आप शिकायत दर्ज करने के लिए दिए गए विकल्प पर जाएं. उस पर क्लिक करने के बाद गूगल मैप के जरिए एप आपका वर्तमान लोकेशन दिखएगा.
- आपको शिकायत किस कटेगरी (श्रेणी) में करनी है, उसका चुनाव करना होगा और उसके बाद संबंधित विभाग का चयन करें.
- फिर अपना पूरा पता देते हुए अपने जिले का चयन करें.
- आप शिकायत के साथ फोटो, वीडियो या ऑडियो भी रिकाॅर्ड करके अपलोड कर सकते हैं.
- अगर आप अपनी शिकायत को विस्तार में बताना चाहते हैं, तो नीचे दिए बाॅक्स में लिख पर सकते हैं.
-अंत में आप सबमिट (प्रस्तुत) बटन दबा कर अपनी शिकायत प्रक्रिया पूरी करें. इसके तुरंत बाद कार्रवाई शुरू हो जाएगी.
- इस पेज पर आप यह भी देख सकते हैं कि अब तक कितनी शिकायत दर्ज की गई हैं, उनमें से कितनी शिकायतों का निस्तारण हो गया है और कितनी पर कार्रवाई जारी है.