4-Day Working Week in Tamil Nadu: तमिलनाडु राज्य के कर्मचारियों के राहतभरी खबर सामने आ रही है. तमिलनाडु विधानसभा ने एक बिल पास किया है, जिसमें एक हफ्ते में कर्मचारियों को सिर्फ 4 दिन ही काम करना होगा. हफ्ते के बाकी के तीन दिन कर्मचारियों को आराम मिलेगा. हालांकि इसके अलावा कुछ नियम भी सरकार की ओर से जोड़े गए हैं, जिससी वजह से फैक्ट्री और कंपनी मालिकों नुकसान हो सकता है.
इस बिल का विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया है. विपक्षी पार्टियों का कहना है हि कि इस बिल के पास होने के बाद से फैक्ट्री मालिकों के शोषण को बढ़ावा देगा. इस बिल के पास होने के बाद से महिला कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है. Facts About Tricolor: भारत में 95 प्रतिशत लोगों को तिरंगे के बारे में सही जानकारी नहीं है, राष्ट्रीय ध्वज के बारे में आप कितना जानते हैं?
बिल में कहा गया है कि कर्मचारी जो कि फैक्ट्रियों और कंपनियों में काम कर रहे हैं उनकी शिफ्ट का समय बढ़कर 12 घंटे हो जाएगा. वहीं पूरे हफ्ते में वर्किंग 48 घंटे की होगी. जिसे पूरा करना जरूरी होगा. 8 घंटे के कार्य दिवसों, साप्ताहिक अवकाश और अतिरिक्त वेतन के प्रावधानों में कोई बदलाव नहीं होगा. यह कानून सभी कंपनियों और कारखानों पर लागू नहीं होगा, और केवल उन जगहों पर लागू किया जाएगा जहां कर्मचारी इसकी इच्छा रखते हैं.
तमिलनाडु प्रमुख निर्माण कंपनियों के केंद्र के रूप में उभरा है और देश में औद्योगिक श्रमिकों की संख्या सबसे अधिक है. सरकार के आश्वासन के बावजूद, MDMK, CPI(M), VCK, PMK, MMK और BJP सहित विभिन्न दलों ने विधेयक का विरोध किया, जबकि कांग्रेस ने शुक्रवार को विधानसभा से बहिर्गमन किया.
CPM सहित DMK सहयोगियों ने चिंता जताई कि इसका श्रमिकों पर प्रभाव पड़ेगा और 8 घंटे के कार्य दिवस के खंड को कम कर देगा. भाजपा विधायक नैनार नागेंद्रन ने विधेयक की फिर से जांच करने का आह्वान किया, जबकि वीसीके विधायक सिंथनई सेलवन ने सुझाव दिया कि एक समिति को इसकी जांच करनी चाहिए. आपत्तियों के बावजूद विधेयक विधानसभा में पारित हो गया.