सवर्ण आरक्षण बिल संसद से पास, पीएम मोदी ने जताई खुशी, कहा- ये सामाजिक न्याय की जीत
संसद से बिल पारित हो के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसपर अपनी खुशी जाहिर की. पीएम मोदी ने कहा संसद के दोनों सदनों में संविधान (124वां संशोधन) विधेयक, 2019 पास होना सामाजिक न्याय की जीत है.
आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को रोजगार और शिक्षा में 10 फीसदी आरक्षण देने संबंधी संविधान (124वां संशोधन) विधेयक को संसद की मंजूरी मिल गई है. बुधवार को जनरल कोटा बिल राज्यसभा से भी पारित हो गया. बता दें कि संविधान (124वां संशोधन) विधेयक लोकसभा से मंगलवार को ही पारित हो गया था. राज्यसभा में इसके पक्ष में 165 और विपक्ष में 7 वोट पड़े, जबकि लोकसभा में इसके पक्ष में 323 वोट पड़े थे, जबकि विरोध में 3 वोट पड़े थे. अब ये बिल राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए जाएगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर करने के बाद यह प्रावधान एक कानून बन जाएगा.
संसद से बिल पारित हो के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसपर अपनी खुशी जाहिर की. पीएम मोदी ने इस विषय पर खुशी जाहिर करते हुए एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए, पीएम मोदी ने कहा 'खुशी है कि राज्यसभा ने संविधान (124वां संशोधन) विधेयक, 2019 पारित किया है. खुशी है कि इस विधेयक को व्यापक समर्थन मिला. सदन ने एक जीवंत बहस भी देखी, जहां कई सदस्यों ने अपनी राय व्यक्त की.' यह भी पढ़ें- सवर्ण आरक्षण को राज्यसभा में मंजूरी, 10 घंटे चली जोरदार बहस के बाद पास हुआ बिल
पीएम मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में लिखा, 'संसद के दोनों सदनों में संविधान (124वां संशोधन) विधेयक, 2019 पास होना सामाजिक न्याय की जीत है. यह हमारे युवा शक्ति के लिए एक व्यापक कैनवास सुनिश्चित करता है ताकि वे अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें और भारत के परिवर्तन में योगदान कर सकें.'
पीएम मोदी ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, 'संविधान (124वां संशोधन) विधेयक, 2019 को पारित करके, हम अपने संविधान के निर्माताओं और महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने एक ऐसे भारत की कल्पना की, जो मजबूत और समावेशी हो.'
राज्यसभा में सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि अच्छे मन से और अच्छी नीति के साथ नरेंद्र मोदी की सरकार यह बिल लेकर आ रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बताए कि वो कैसे इस बिल को लाती, क्योंकि सवर्णों को आरक्षण देने का वादा तो उसने भी किया था. मंत्री ने कहा कि करीब 36 लोगों ने इस बिल के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं और 2-3 दलों को छोड़कर बाकी सभी ने इसका समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि देश की परंपरा है कि उच्च वर्ग के लोगों ने पिछड़ो को आरक्षण देने का काम किया आज पिछड़ी जाति के होने के बावजूद नरेंद्र मोदी सवर्णों को आरक्षण देने का काम कर रहे हैं.